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प्ले स्टोर से हटाया गया पेटीएम, नीतियों के उल्लंघन का आरोप - भारत में आईपीएल

गूगल प्ले स्टोर से पेटीएम को हटा दिया गया है. इसके साथ ही गूगल ने कहा कि वह खेलों में सट्टेबाजी को बढ़ावा देने वाले एप को अपने प्ले स्टोर पर इजाजत नहीं देता है और ऐसे एप को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया जाएगा.

गूगल प्ले स्टोर से पेटीएम को हटाया गया
गूगल प्ले स्टोर से पेटीएम को हटाया गया

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Published : Sep 18, 2020, 3:09 PM IST

Updated : Sep 18, 2020, 7:14 PM IST

नई दिल्ली : पेटीएम (Paytm) को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है. गूगल ने पेटीएम को हटाने की वजह नीतियों का उल्लंघन बताया गया है. पेटीएम एप को अब डाउनलोड या अपडेट नहीं किया जा सकता है, लेकिन इस एप के मौजूदा उपयोगकर्ताओं पर फिलहाल कोई असर नहीं होगा.

गूगल ने शुक्रवार को एक ई-मेल के जवाब में कहा कि एप को प्ले नीतियों के उल्लंघन के चलते ब्लॉक किया गया है.

प्ले स्टोर से हटाया गया पेटीएम

गूगल ने यह भी कहा कि इस कदम से केवल प्ले स्टोर पर एप की उपलब्धता प्रभावित होगी और इसके उपयोगकर्ताओं पर कोई असर नहीं होगा.

इस बीच पेटीएम ने एक ट्वीट किया कि नए डाउनलोड या अपडेट के लिए पेटीएम एंड्रॉइड एप गूगल प्ले स्टोर पर अस्थाई रूप से उपलब्ध नहीं है. कंपनी ने कहा कि यह (एप) बहुत जल्द (प्ले स्टोर पर) वापस आ जाएगा. आपका पूरा धन पूरी तरह सुरक्षित है, और आप अपने पेटीएम एप का सामान्य रूप से प्रयोग कर सकते हैं.

पेटीएम डिजिटल लेनदेन की एक लोकप्रिय एप है.

साथ ही गूगल ने कहा कि वह खेलों में सट्टेबाजी को बढ़ावा देने वाले एप को प्ले स्टोर पर इजाजत नहीं देता है और ऐसे किसी भी एप को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया जाएगा.

भारत में आईपीएल जैसे प्रमुख खेल आयोजनों से पहले इस तरह के एप बड़ी संख्या में लॉन्च किए जाते हैं. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का नवीनतम सत्र 19 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात में शुरू होने वाला है.

गूगल ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि हम ऑनलाइन कैसिनो की अनुमति नहीं देते हैं या खेलों में सट्टेबाजी की सुविधा देने वाले किसी भी अनियमित जुआ एप का समर्थन नहीं करते हैं. इसमें वह एप शामिल हैं, जो ग्राहकों को किसी ऐसी बाहरी वेबसाइट पर जाने के लिए प्रेरित करते हैं, जो धनराशि लेकर खेलों में पैसा या नकद पुरस्कार जीतने का मौका देती हैं. यह हमारी नीतियों का उल्लंघन है.

ब्लॉग पोस्ट में कहा गया है कि यह नीतियां उपयोगकर्ताओं को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हैं. हालांकि, गूगल ने यह साफ नहीं किया है कि क्या इस आधार पर किसी एप को हटाया गया है या नहीं.

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गूगल ने यह भी कहा कि जब कोई एप इन नीतियों का उल्लंघन करता है, तो उसके डेवलपर को इस बारे में सूचित किया जाता है, और जब तक डेवलपर अपने एप को नियमों के अनुरूप नहीं बनाता है, उसे तब तक के लिए गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया जाता है.

एंड्रॉयड सुरक्षा एवं गोपनीयता के उत्पाद उपाध्यक्ष सुजान फ्रे द्वारा पोस्ट किए गए इस ब्लॉग में कहा गया है कि ऐसे मामले जहां नीतियों का बार-बार उल्लंघन किया जाता है, गूगल अधिक गंभीर कार्रवाई कर सकती है, जिसमें डेवलपर के खातों को खत्म करना भी शामिल है.

उन्होंने कहा कि यह नीतियां सभी डेवलपर्स पर समान रूप से लागू की जाती हैं.

Last Updated : Sep 18, 2020, 7:14 PM IST

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