पौड़ी :बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बेटियों को उनकी पहचान दिलाने के लिए जिला प्रशासन पौड़ी की ओर से शुरू की गई शानदार पहल 'घौर की पछ्यांण नौनी कु नौ' (घर की पहचान बेटी के नाम) अपनी पहचान बनाने लगी है. पौड़ी उत्तराखंड का पहला जिला है जहां पर ऐसी योजना की शुरुआत की गई है.
इस योजना की शुरुआत पौड़ी के खिर्सू ब्लॉक से की गई. यहां अबतक दो गांवों के 125 घरों ने शान से अपनी बेटियों के नाम घर के बाहर लगाए हैं. बुदेशु गांव के 70 और मल्ली गांव के 55 घरों में नेम प्लेट लगाई गई है.
अच्छी बात ये है कि ग्रामीण खुद इस काम को करने के लिए आगे आ रहे हैं. यह सिलसिला जनपद के सभी ब्लॉकों में किया जाना है. वहीं बेटियां भी इस योजना से काफी खुश नजर आ रही हैं. उन्हें काफी गर्व है कि उनके नाम से उनके घर की पहचान होगी. परिजन भी इस योजना की शुरुआत के बाद खुद को बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
परिजनों का कहना है कि बेटियों को समाज में सशक्त और मजबूत करने के लिए सरकार की ओर से तमाम प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से किये गए प्रयास काफी सराहनीय है.