पीएम मोदी ने इस दौरान देश के पहले गृह मंत्री सरदार पटेल को याद किया
हमारा मानना है कि सरदार साहब अगर देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो शायद आज देश में जम्मू-कश्मीर की समस्या नहीं होती, हिंदुस्तान के गांवों की आज जो जद्दोजहद है वो भी न होती.
लेकिन आजाद साहब को कुछ धुंधला नजर आ रहा है, जब तक राजनीतिक चश्मे से सब देखा जायेगा तो धुंधला ही नजर आएगा और इसलिए अगर हम राजनीतिक चश्में उतारकर हम देखेंगे तो देश का भविष्य नजर आएगा
यद इसीलिए ग़ालिब ने कहा था कि ताउम्र ग़ालिब ये भूल करता रहा, ताउम्र ग़ालिब ये भूल करता रहा, धूल चेहरे पर थी और मैं आइना साफ़ करता रहा
सबका साथ सबका विकास का मंत्र लेकर हम चले थे लेकिन 5 साल के हमारे कार्यकाल को देखकर देश की जनता ने उसमें सबका विश्वास रुपी अमृत जोड़ा है
क्या हमें वो ओल्ड इंडिया चाहिए जो टुकड़े-टुकड़े गैंग को सपोर्ट करने के लिए पहुंच जाए जहां इंस्पेक्टर राज हो, जहां इंटरव्यू के नाम पर भ्रष्टाचार हो। देश की जनता हिंदुस्तान को पुराने दौर में ले जाने के लिए कतई तैयार नहीं हैं
मैं हैरान हूं कि नकारात्मकता और विरोधाभास इस हद तक गया कि शौचालय, स्वच्छता, जनधन, योग का कार्यक्रम और यहां तक की मेक इन इंडिया का भी मजाक उड़ाया गया। हर चीज में देश ने नकारात्मकता को भली-भांति देखा गया है.
आपको OLD INDIA चाहिए, जहां पत्रकार वार्ता में कैबिनेट के निर्णय को फाड़ दिया जाए, जहां पूरी नौसेना को सैर सपाटे के लिए इस्तेमाल लिया जाए. जहां जल थल और नभ हर जगह घोटाले ही घोटाले हों। लेकिन देश की जनता हिन्दुस्तान को पुराने दौर में ले जाने के लिए कतई तैयार नहीं है.
पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत योजना पर बात करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना की ताकत हर उस सांसद को पता है जो जिसने अपने इलाके के गरीब के इलाज के प्रधानमंत्री को कभी चिठ्ठी लिखी हो. अब चिठ्ठी नहीं लिखनी पड़ती. क्योंकि आयुष्मान भारत योजना से गरीबों को फायदा मिल रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय जाने की अब जरूरत नहीं है.