कराची : पाकिस्तान में आतंकियों द्वारा स्टॉक एक्सचेंज की इमारत को निशाना बनाया गया है. इस हमले में नौ लोगों की मौत हो गई है. वहीं चारों आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है. बता दें, हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ओसामा बिन लादेन को शहीद बताया था, जिसके बाद विपक्षी सांसदों ने उनकी कड़ी आलोचना भी की थी. इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली है.
सिंध प्रांत के मेजर जनरल उमर अहमद बुखारी ने कहा कि पुलिस, रेंजर्स और अन्य सुरक्षाकर्मियों की संयुक्त टीम ने आठ मिनट में ही इन आतंकियों को ढेर कर दिया, जिससे यह अपने मकसद में सफल नहीं हो पाए.
मीडिया को जानकारी देते मेजर जनरल उन्होंने कहा कि हम जांच के बाद अन्य विवरण साझा करेंगे, लेकिन मैं साफ तौर पर कह सकता हूं, कि यह आतंकवादी हमला एक मजबूत खुफिया एजेंसी के समर्थन के बिना संभव नहीं है और सूची में सबसे ऊपर, रॉ का नाम है.'
स्टॉक एक्सचेंज की इमारत में चार आतंकवादियों ने धावा बोलने के बाद गोलीबारी शुरू कर दी. आतंकवादियों ने इमारत के मुख्य द्वार पर ग्रेनेड हमला किया और अंधाधुंध गोलीबारी के बाद इमारत के अंदर प्रवेश किया. घटना के समय इमारत में दो से तीन हजार लोग मौजूद थे.
रमीशा अली की ईटीवी भारत से खास बातचीत कराची में हुए आतंकी हमले के बारे में समाचार संस्था इंडिपेंडेट की स्वतंत्र पत्रकार रमीशा अली ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत करते हुए हमले की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि किसी भी आतंकवादी संगठन ने आधिकारिक तौर पर हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के एक धड़े ने हमले के पीछे होने का दावा किया है.
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रमीशा अली ने बताया कि इस हमले की अभी तक किसी ने आधिकारिक रूप से जिम्मेदारी नहीं ली है, हालांकि इस हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के एक सदस्य मजीद ब्रिग्रेड ने ली. बता दें कि इस हमले की जानकारी देने के उद्देश्य से हमले से पहले एक ट्विटर अकाउंट बनाया गया था.
जानकारी देते पाक स्टॉक एक्सचेंज के निदेशक पाकिस्तान स्टाक एक्सचेंज के निदेशक अहमद चुनई ने बताया कि, 'चार आतंकवादियों ने आज पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में घुसने की कोशिश की और वह भारी हथियारों से लैस थे, लेकिन मुख्य गेट पर मौजूद कानून प्रवर्तन एजेंसियों मुख्यम गेट पर ही दो आतंकियों को मार गिराया. तीसरे आतंकी को सेंट्रल गेट में मारा गया और चौथे को इमारत के मारा गया. कानून प्रवर्तन एजेंसियों, रेंजरों और निजी सुरक्षाकर्मियों ने इस हमले का मुकाबला करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.'
पाकिस्तान में हुए बड़े हमले