चंडीगढ़ : केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने करतारपुर साहिब जाने वाले भारतीय श्रद्धालुओं पर थोपे गये 20 डॉलर सेवा शुल्क के लिए पाकिस्तान की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आस्था का व्यापार शुरू कर दिया है.
हरसिमरत ने ट्वीट कर कहा कि 'करतारपुर साहिब दर्शन के लिए पाक द्वारा लगाया जाने वाला 20 अमेरिकी डॉलर का शुल्क अत्याचारपूर्ण है. एक गरीब भक्त इस राशि का भुगतान कैसे करेगा? पाकिस्तान ने आस्था का व्यवसाय किया है . इमरान खान का कथन है कि यह शुल्क विदेशी मुद्रा अर्जित कर पाक की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा, जो कि बेहद शर्मनाक है.'
हरसिमरत ने ट्वीट में लिखा, 'करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए पाकिस्तान द्वारा लगाया जाने वाला शुल्क सिख संगत की भावनाओं का अपमान है. मैं अपने समाज के साथ मांग करती हूं कि यह जजिया कर तत्काल वापस लिया जाए.'
इससे पहले, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी पाकिस्तान द्वारा 20 अमेरिकी डॉलर सर्विस चार्ज को लेकर कहा था कि यह ऐतिहासिक गुरुद्वारे में जाने पर 'टिकट लगाना' है.
पिछले महीने दोनों राष्ट्रों के बीच तीसरे दौर की बैठक के दौरान, भारत ने पाकिस्तान द्वारा लगाये गये 20 अमेरिकी डॉलर के शुल्क पर निराशा व्यक्त की थी और इसपर पुर्नविचार की मांग की थी.
पिछले साल नवम्बर में भारत और पाकिस्तान ने एक बड़ी पहल की, जिसके तहत दोनो देशों के बीच करतारपुर कॉरिडोर बनाने पर सहमती बनी थी.
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