नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की ओर से मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक विकास दर को कम किए जाने के अनुमान को लेकर मंगलवार को सरकार पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि अब हमें आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ पर मंत्रियों के हमले के लिए तैयार रहना चाहिए.
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट किया, 'आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ नोटबंदी की सबसे पहले निंदा करने वालों में से एक थी. मुझे लगता है कि हमें आईएमएफ और डॉ. गीता गोपीनाथ पर सरकार के मंत्रियों के हमले के लिए खुद को तैयार कर लेना चाहिए.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का रियलिटी चेक. 2019-20 में वृद्धि दर पांच फीसदी से कम 4.8 फीसदी होगी. कुछ कदमों के बाद भी विकास दर 4.8 फीसदी है. अगर यह और भी कम हो जाए तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा.'
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