श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) ने शुक्रवार को अपने विचार-विमर्श का दायरा बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी और इसके तहत लद्दाख के निवासियों के साथ उसने चर्चा की. गठबंधन ने जोर दिया कि अनुच्छेद 370 और 35 ए को केंद्र द्वारा खत्म करना अस्वीकार्य है और उन्हें वापस लाने के लिए लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया.
नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने यहां से 200 किलोमीटर दूर करगिल में संवाददाताओं से कहा, 'हम राजनीतिक और कानूनी रूप से लड़ेंगे, लेकिन हमारी लड़ाई शांतिपूर्ण होगी. हम इस राज्य में माहौल खराब नहीं करना चाहते हैं.'
उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर के लिए आगे के रास्ते के बारे में लोगों के साथ परामर्श करने के लिए अभी करगिल में है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी समेत मुख्य धारा के सात दलों के गठबंधन ने जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा बहाल कराने के लिए पीएजीडी का गठन किया है.
पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों की लड़ाई शांतिपूर्ण तरीके से जारी रखने का संकल्प व्यक्त करते हुए उमर ने कहा कि पीएजीडी हर किसी से बात करने के लिए तैयार है जो उनकी मांगों को लेकर व्यापक सहमति बना सके.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि करगिल के प्रतिनिधि पीएजीडी का हिस्सा बनें.
इससे पहले द्रास सेक्टर में लोगों को संबोधित करते हुए उमर ने कहा कि केंद्र के पिछले वर्ष के निर्णय के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी क्योंकि पूर्ववर्ती राज्य के लोगों से विचार-विमर्श किए बगैर इसे उन पर 'अवैध' रूप से थोपा गया था.