नई दिल्ली : नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जारी प्रदर्शन हिंसक हो चुका है. विरोधियों और समर्थकों के आमने-सामने आ जाने से दिल्ली में अब तक 24 लोगों की जान जा चुकी है. स्थिति बिगड़ते देख राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल खुद हिंसाग्रस्त इलाकों में पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया. इसके बाद अब वह गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करने गृह मंत्रालय पहुंचे.
डोभाल ने इस दौरान कहा, 'स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. लोग संतुष्ट हैं. मुझे कानूनी एजेंसियों पर पूरा भरोसा है. पुलिस अपना काम कर रही है.'
उन्होंने कहा, 'हमारा एक देश है, हम सबको साथ मिलकर रहना है. देश को मिलकर आगे बढ़ना है. हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में ड्रोन से निगरानी की जा रही है.'
डोभाल ने कहा कि लोगों के अंदर एकता की भावना है, कोई दुश्मनी नहीं है. दो-चार अपराधी हैं, जो इनको अलग करने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस तैनात है, वह मुस्तैदी से अपना काम कर रही है, गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी के कहने पर हमने जायजा लिया. हम चाहते हैं यहां पर अमन हो. मुझे पूरा यकीन है यहां पर शांति हो जाएगी.
सरकारी सूत्रों के अनुसार जमीनी स्थिति के बारे में अजित डोभाल पीएम और मंत्रिमंडल को जानकारी देंगे. डोभाल 25-26 फरवरी की रात को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे.
एनएसए ने स्पष्ट कर दिया है कि राजधानी में अराजकता नहीं रहने दी जाएगी और पर्याप्त संख्या में पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को फ्री हैंड दिया गया है.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली जिले में तीन दिनों से मची तबाही की तह तक पहुंचने की कोशिश में पुलिस की स्पेशल सेल और अपराध शाखा (क्राइम ब्रांच) की टीमें जुट गई हैं. डोभाल ने काफी देर तक जिला पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) वेद प्रकाश सूर्य के दफ्तर में आला पुलिस अफसरों के साथ चर्चा की. सूत्रों ने बताया कि एनएसए ने दिल्ली पुलिस को कई सुझाव भी दिए हैं.