भोपाल : मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री और डबरा विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी को चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है, नोटिस में नेता द्वारा आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का जिक्र किया गया है.
चुनाव आयोग ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी की डबरा विधानसभा पर प्रत्याशी इमरती देवी को नोटिस जारी किया है. इमरती देवी की राजनीतिक प्रतिद्वंदी को पागल कहने और उनके परिवार की महिला सदस्यों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए नोटिस जारी किया है. चुनाव आयोग ने 48 घंटे के अंदर नोटिस का जवाब देने को कहा है, इस समय सीमा में इमरती देवी ने जवाब पेश नहीं किया, तो फिर चुनाव आयोग इस मामले में उचित कार्रवाई करेगा.
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ये है पूरा मामला
मध्य प्रदेश के डबरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार इमरती देवी के बारे में आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसके जवाब में इमरती देवी ने भी उनके और उनके परिवार के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. हालांकि, कमलनाथ के बयान को लेकर कांग्रेस नेता कमलनाथ को नोटिस जारी किया जा चुका है. चुनाव आयोग ने कमलनाथ से 48 घंटों के अंदर जवाब देने को कहा था, जिसका जवाब उन्होंने भी दिया था. अब इमरती देवी को भी नोटिस दिया गया है, जिसका जवाब उन्हें 48 घंटे के भीतर देना होगा.
इमरती ने किया था पलटवार
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की अभद्र टिप्पणी पर इमरती देवी ने पलटवार किया था. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति बंगाल का रहने वाला है, वह महिला शक्ति की कदर करना क्या जानें? जब से वह मुख्यमंत्री के पद से हटे हैं, तब से वह पागल हो गए हैं. जगह-जगह घूम रहे हैं और कुछ भी बोल रहे हैं. इतना ही नहीं इमरती देवी ने कहा कि 'बंगाल का रहने वाला व्यक्ति अपनी मां और बहन से ऐसे बोल सकता है, तो महिला की कद्र क्या करेगा. साथ ही कहा कि उन्होंने चंबल की एक महिला का अपमान किया है.
चुनाव से मुख्य मुद्दे गुम
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में किसान, रोजगार, महंगाई से बड़ा मुद्दा कमलनाथ की टिप्पणी हो गई है. आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल करने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ चौतरफा घिर गए थे. भाजपा तो हमलावर थी ही, साथ ही पार्टी के नेता भी उनसे किनारा करने लगे. कमलनाथ ने पिछले दिनों डबरा विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा की उम्मीदवार इमरती देवी का नाम लिए बगैर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उसके बाद से उन पर लगातार हमले हो रहे थे, कमलनाथ ने अपने बयान पर खेद व्यक्त कर दिया, लेकिन माफी मांगने को तैयार नहीं थे.