दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

चुनाव आयोग ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को नोटिस भेजा - भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव

चुनाव आयोग ने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को नोटिस भेजा है. आयोग ने 48 घंटे के अंदर विजयवर्गीय से चुन्नू-मुन्नू बयान पर जवाब मांगा है. इसके साथ ही चुनाव आयोग ने कमलनाथ को हिदायत दी है और सज्जन सिंह वर्मा को नोटिस जारी किया है.

कैलाश विजयवर्गीय
कैलाश विजयवर्गीय

By

Published : Oct 26, 2020, 11:05 PM IST

भोपाल : चुनाव आयोग ने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को नोटिस भेजा है. आयोग ने कैलाश विजयवर्गीय को चुन्नु-मुन्नु वाले बयान पर नोटिस भेजा है. आयोग ने 48 घंटे के अंदर विजयवर्गीय से जवाब मांगा है. सूबे की सियासत इन दिनों उपचुनाव के सियासी रंग में रंगी है. दोनों दलों के नेता अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं और जुबानी तीर चला रहे हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को निशाने पर लिया था. विजयवर्गीय ने इन दोनों नेताओं को चुन्नू-मुन्नु की जोड़ी बताया है, अब इस मामले में चुनाव आयोग सख्त हो गया है. विजयवर्गीय को चुनाव आयोग ने 48 घंटे में जवाब देने को कहा है.

'आइटम' शब्द पर चुनाव आयोग ने कमलनाथ से किया सवाल

चुनाव आयोग ने कमलनाथ को हिदायत दी है कि आचार संहिता के दौरान इस तरीके के शब्दों का उपयोग नहीं करना चाहिए. बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इमरती देवी को आइटम कहने पर इलेक्शन कमीशन द्वारा दिए गए नोटिस का जवाब दिया था. कमलनाथ के जवाब को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस का कहना है कि आइटम शब्द संसदीय है.अब कमलनाथ के जवाब पर चुनाव आयोग ने कहा कि आपको आचार संहिता के दौरान इन शब्दों का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए. बता दें जनता को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने इमरती देवी पर बोलते हुए कहा था कि आप लोग मेरे से ज्यादा उसको पहचानते हैं, आप लोगों को तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, वह क्या आइटम है.

यह भी पढ़ें:कमलनाथ ने दिया चुनाव आयोग को जवाब, कांग्रेस ने कहा 'आइटम' संसदीय शब्द

सज्जन सिंह वर्मा को भी चुनाव आयोग का नोटिस

इसके साथ ही पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा है. चुनाव आयोग ने सज्जन सिंह वर्मा से भी जवाब मांगा है. चुनाव आयोग ने सज्जन सिंह वर्मा को आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में ये नोटिस भेजा है.

चुन्नू-मुन्नु बयान पर बवाल

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि चुन्नू-मुन्नु इतने कलाकार हैं कि इनकी सभा में 2018 के विधानसभा में जब 100 लोगों की भीड़ नहीं आई, तो दोनों ने सिंधिया को वचन पत्र थमाया और किसानों को भरोसा दिया कि, कर्जमाफ होगा, लेकिन 8 महीने बाद भी कर्ज माफ नहीं किया गया, जब सिंधिया ने इसकी आवाज उठाई, तो कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने एक नहीं सुनी, लिहाज सिंधिया ने किसानों के पक्ष में फैसला लिया और बीजेपी के साथ आ गए.

यह भी पढ़ें:विजयवर्गीय ने दिग्विजय-कमलनाथ को बताया 'चुन्नू-मुन्नू' की जोड़ी

अब आगे क्या...

चुन्नू-मुन्नु बयान पर चुनाव आयोग सख्त हो गया है. नोटिस कैलाश विजयवर्गीय को मिल चुका है. दरअसल एमपी में 28 सीटों के लिए 3 नवंबर को मतदान होने हैं. लेकिन उससे ठीक पहले नेताओं की जुबान फिसलती जा रही है. प्रदेश में हर दिन नेताओं की जुबान फिसलती जा रही है. विजयवर्गीय को अब 48 घंटे के भीतर जवाब देना होगा. इसके साथ ही पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को भी चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देना है.

कमलनाथ भी दे चुके हैं इमरती देवी पर विवादित बयान

ग्वालियर में डबरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सभा करने पहुंचे थे. उन्होंने यहां भाजपा प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी का नाम लेना तक उचित नहीं समझा. उन्होंने कहा कि हमारे कांग्रेस प्रत्याशी तो सीधे-साधे और सरल स्वभाव के हैं, यह उसके जैसे नहीं हैं, मैं क्यों उसका नाम लूं, इतने में लोग बोले- इमरती देवी. इस पर हंसते हुए कमलनाथ बोले- आप लोग मेरे से ज्यादा उसको पहचानते हैं, आप लोगों को तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, वह क्या आइटम है.

अब आगे क्या...

चुन्नू-मुन्नु बयान पर चुनाव आयोग सख्त हो गया है. नोटिस कैलाश विजयवर्गीय को मिल चुका है. दरअसल एमपी में 28 सीटों के लिए 3 नवंबर को मतदान होने हैं. लेकिन उससे ठीक पहले नेताओं की जुबान फिसलती जा रही है. प्रदेश में हर दिन नेताओं की जुबान फिसलती जा रही है. विजयवर्गीय को अब 48 घंटे के भीतर जवाब देना होगा. इसके साथ ही पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा को भी चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देना है.

कमलनाथ भी दे चुके हैं इमरती देवी पर विवादित बयान

ग्वालियर में डबरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सभा करने पहुंचे थे. उन्होंने यहां भाजपा प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी का नाम लेना तक उचित नहीं समझा. उन्होंने कहा कि हमारे कांग्रेस प्रत्याशी तो सीधे-साधे और सरल स्वभाव के हैं, यह उसके जैसे नहीं हैं, मैं क्यों उसका नाम लूं, इतने में लोग बोले- इमरती देवी. इस पर हंसते हुए कमलनाथ बोले- आप लोग मेरे से ज्यादा उसको पहचानते हैं, आप लोगों को तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था, वह क्या आइटम है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details