नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने शनिवार को कहा कि लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में चीन ने कोई घुसपैठ नहीं की है. रावत ने एक समारोह के इतर कहा कि चीन की तरफ से कोई घुसपैठ नहीं हुई है.
जनरल रावत का यह बयान उन खबरों के बीच आया है जिनमें छह जुलाई को दलाई लामा के जन्मदिवस के मौके पर कुछ तिब्बतियों द्वारा तिब्बती झंडे फहराए जाने के बाद चीनी जवानों के पिछले सप्ताह वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पार करने का दावा किया गया है.
उन्होंने कहा कि दोनों देशों का वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर अपना-अपना दृष्टिकोण है.
सेना प्रमुख ने कहा, 'बीच में कुछ फासला है. इसलिए दोनों देश गश्त करते हैं और एक -दूसरे के इलाके में आते हैं. चीनी सैनिक जिसे वास्तविक नियंत्रण रेखा मानते हैं, उस पर वे गश्त करते हैं और जिसे हम रोकते हैं. हम वास्तविक नियंत्रण रेखा तक पहुंचने की कोशिश करते हैं या हमें गश्त के लिए दिए गए क्षेत्र के आधार पर, हम उन इलाकों तक जाते हैं.'
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साउथ ब्लॉक के सूत्रों ने शुक्रवार को कहा था कि करीब 11 चीनी नागरिक सादे कपड़ों में दो वाहनों में आए जब लद्दाखी ग्रामीण छह जुलाई को दलाई लामा का जन्मदिन मना रहे थे.
उन्होंने बताया कि चीनी नागरिकों ने उन्हें बैनर दिखाए और 30 से 40 मिनट तक इंतजार किया लेकिन वास्तविक नियंत्रण रेखा पार नहीं की.
गौरतलब है कि तिब्बती दलाई लामा का 84वां जन्मदिन मना रहे थे.
जनरल रावत ने कहा, 'कई बार स्थानीय स्तर पर जश्न समारोह होते हैं. डेमचोक सेक्टर में हमारी ओर हमारे तिब्बती जश्न मना रहे थे. इसके आधार पर, कुछ चीनी यह देखने आए कि क्या हो रहा है, लेकिन कोई घुसपैठ नहीं हुई.'