नई दिल्ली : दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज का कोरोना वायरस कनेक्शन सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. बता दें कि ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया की प्रसिद्ध दरगाह के नजदीक मरकज में कई सभाएं हुईं, जिनमें सऊदी अरब, इंडोनेशिया, दुबई, उज्बेकिस्तान और मलेशिया समेत अनेक देशों के मुस्लिम धर्म प्रचारकों ने भाग लिया था. दिल्ली पुलिस के सूत्र के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की मदद से निजामुद्दीन के मरकज से लगभग 1033 लोगों को निकाल लिया गया है. इसमें से 334 लोगों कोअस्पताल भेजा गया है.
इस मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि हम संख्या के बारे में निश्चित नहीं हैं, लेकिन यह अनुमान है कि 1500-1700 लोग मरकज भवन में इकट्ठे हुए थे. 1033 लोगों को अब तक निकाला गया है . इनमें से 334 को अस्पताल भेजा गया है और 700 को पृथक केंद्र भेजा गया है.
कार्यक्रम के आयोजकों ने एक गंभीर अपराध किया.आपदा अधिनियम और संक्रामक रोग अधिनियम दिल्ली में लागू किया गया था, पांच से अधिक लोगों की किसी भी विधानसभा की अनुमति नहीं थी. फिर भी उन्होंने ऐसा किया. मैंने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए उपराज्यपाल को लिखा है. दिल्ली सरकार ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है.
उल्लेखनीय है कि मरकज में शामिल होने वाले लोगों में से 24 को कोरोना वायरस टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया है.
सभा में देशभर के विभिन्न हिस्सों से करीब 600 भारतीयों ने भी इसमें हिस्सा लिया. राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के 25 नए मामले सामने आए हैं.
इसके बाद दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवानों ने धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद कई लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के कारण सोमवार को निजामुद्दीन पश्चिम में एक प्रमुख इलाके की घेराबंदी कर दी.
राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के 25 नए मामले सामने आने के बाद दिल्ली में इस घातक वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 97 हो गई है.
बता दें कि तेलंगाना में उन छह लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत हो गई, जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में 13 मार्च से 15 मार्च के बीच धार्मिक सभा में भाग लिया था.
उत्तर प्रदेश के 18 जिलों में हाई अलर्ट
बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन में 13 मार्च से 15 मार्च तक लगभग 2000 लोगों की धार्मिक बैठक तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों की जानकारी मिलने के बाद उत्तर प्रदेश के अठारह जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
इस जमात में हिस्सा लेने वाले तेलंगाना के छह लोगों की मौत हो गई. उन सभी का कोरोनावायरस परीक्षण पॉजिटिव निकला था.
एसपी क्राइम अजय शंकर राय के अनुसार, हाई अलर्ट पर रखे गए इन जिलों के पुलिस प्रमुखों को दिल्ली में बैठक में भाग लेने वालों की पहचान करने और उनकी मेडिकल जांच करवाने के लिए कहा गया है. साथ ही उन्हें मंगलवार शाम तक रिपोर्ट सौंपने के लिए भी कहा गया है.
इसके चलते गाजियाबाद, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, हापुड़, बिजनौर, बागपत, वाराणसी, भदोही, मथुरा, आगरा, सीतापुर, बाराबंकी, प्रयागराज, बहराइच, गोंडा और बलरामपुर जिलों में खासी सतर्कता बरती जा रही है.
राज्य सरकार को तब्लीगी जमात में भाग लेने वालों की एक सूची मिली है.
इस बैठक में भाग लेने वाले लगभग 250 सदस्यों में कोरोनावायरस के प्रारंभिक लक्षण दिखे हैं.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हम इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हैं और उन लोगों पर नजर रख रहे हैं जो इस जमात में शामिल हुए थे. हम यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं कि इसके कारण कोरोना के मामलों में कोई तेजी न आए.