पटना : जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद पवन वर्मा द्वारा संशोधित नागरिकता कानून व अन्य मुद्दों को लेकर लिखे गए पत्र परमुख्यमंत्री नीतीश कुमार नेप्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा किवह अपने दल के सभी लोगों का सम्मान करते हैं.किसी को कोई रोक नहीं सकता है, जिसे जहां जाना है, वहां चला जाए मेरी शुभकामनाएं..
नीतीश कुमार के इस बयान के जवाब में पवन वर्मा ने कहा है कि हम श्रीमान नीतीश कुमार के इस कथन का स्वागत करते हैं कि पार्टी के भीतर चर्चा के लिए जगह है. मैंने इसी बात की मांग की थी. मेरा इरादा उन्हें चोट पहुंचाने का नहीं था. मैं चाहता हूं कि पार्टी में वैचारिक स्पष्टता हो. मैं पार्टी को लिखे गए पत्र के जवाब का इंतजार कर रहा हूं, जिसके बाद मैं तय करूंगा की आगे क्या करना है.
पटना में एक कार्यक्रम में मंगलवार को भाग लेने पहुंचे पवन ने पत्रकारों से बातचीत में नीतीश की ओर इशारा करते हुए पूर्व में लिखे अपने पत्र का जिक्र करते हुए कहा था कि वह एक पूर्ण वक्तव्य दें जिससे विचारधारा स्पष्ट हो.
बता दें कि नीतीश कुमार पटना के गांधी मैदान सुभाष पार्क पहुंचे थे. इसी दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने पवन वर्मा मामले पर अपनी दो टूक राय रखी. मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि अपनी पार्टी के हर नेता और खास करके पवन वर्मा का वह काफी सम्मान करते हैं. पर, पवन वर्मा का इस तरह का विरोध करना ठीक नहीं है पवन वर्मा पार्टी की ओर से पूरी तरह से फ्री है उनको जहां जाना है जा सकते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा है कि पवन वर्मा ने जो भी बयान दिया है वह उनकी निजी राय हो सकती है.
वशिष्ठ नारायण ने भी जतायी था नाराजगी
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने भी पार्टी के राज्यसभा सदस्य पवन वर्मा के दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी से गठबंधन के फैसले पर सार्वजनिक तौर पर जवाब मांगे जाने को अनुचित बताया था. उन्होंने कहा था कि जब भी पार्टी की बैठक होगी वे इस बात को मजबूती के साथ उठायेंगे.