पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहले फेज की वोटिंग 28 अक्टूबर को होनी है. इसके लिए प्रत्याशियों ने नामांकन भी शुरू कर दिए हैं. चुनावी हलफनामे के अनुसार, पहले फेज में बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ने वालों में सबसे अमीर प्रत्याशी मनोरमा देवी हैं.
2016 में गया की पावन धरती पर एक ऐसे घटना घटी, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया. नीतीश सरकार को बने अभी एक साल भी नहीं हुए थे कि जेडीयू की एमएलसी मनोरमा देवी के बेटे रॉकी ने एक युवक को सरेआम गोली मार दी. जेडीयू ने एक बार फिर उसी मनोरमा देवी पर भरोसा जताया है और उन्हें अतरी से उम्मीदवार बनाया है.
मनोरमा देवी जेडीयू के टिकट पर गया की अतरी सीट से चुनाव लड़ रही हैं. ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि मनोरमा देवी कौन हैं और क्यों इनकी चर्चा हो रही है. दरअसल, मनोरमा देवी बिहार के बाहुबली नेता बिंदेश्वरी उर्फ बिंदी यादव की पत्नी हैं. बिंदी यादव का कोरोना के कारण इसी साल निधन हो गया है.
पहले फेजे में सबसे अमीर प्रत्याशी हैं मनोरमा
चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में मनोरमा देवी ने बताया है कि उनके पास 89.77 करोड़ रुपये की संपत्ति है. इनमें 44.77 करोड़ की चल और 45 करोड़ की अचल संपत्ति हैं. वहीं, साल 2015 में विधान परिषद के चुनाव के दौरान अपने हलफनामा में मनोरमा देवी ने जो विवरण दिया था, उसके अनुसार, उनके पास 12.24 करोड़ की संपत्ति थी.
पिता ट्रक ड्राइवर, मां चलाती थी ढाबा
जानकारी के अनुसार, मनोरमा देवी के पिता ट्रक ड्राइवर थे. बताया जाता है कि वे मूल रूप से पंजाब के रहने वाले थे. उन्होंने ढाबे वाले की बेटी से शादी की थी. उसके बाद वह गया में ही जमीन खरीदी और यहीं के हो गए. इलाके के बाहुबली विंदेश्वरी उर्फ बिंदी यादव ने मनोरमा से 1989 में शादी कर ली.
लालू के करीबी हुआ करते थे बिंदी
जानकारों की मानें तो बाहुबली बिंदी यादव पहले लालू के करीबी हुआ करते थे. बिहार में सत्ता परिवर्तन के साथ ही बिंदी भी बदल गए और वह नीतीश कुमार के नजदीक आ गए. इसके बाद बिंदी यादव ने पत्नी मनोरमा देवी को जेडीयू से एमएलसी बनवाया.
रोडरेज मामले में सजा काट रहा बेटा रॉकी
बिंदी यादव का कोरोना के कारण निधन हो गया, इसके बावजूद मनोरमा देवी का दबदबा किसी बाहुबली से कम नहीं है. वहीं, गया के चर्चित रोडरेज कांड में मनोरमा देवी का बेटा रॉकी यादव जेल की सजा काट रहा है. बता दें कि उसी वक्त पुलिस ने जब मनोरमा देवी के घर छापेमारी की थी, तब उनके घर से भारी मात्रा में शराब बरामद हुई थी. इस मामले में मनोरमा को जेल भी जाना पड़ा था.
रॉकी समेत 4 लोग पाए गए दोषी
रोडरेज कांड में रॉकी यादव समेत चार लोग दोषी पाए गए हैं. मनोरमा देवी का बेटा रॉकी फिलहाल जेल में है. रॉकी के पिता का भी नाम बाहुबलियों मे शुमार है. पिछले दिनों बिंदी यादव का कोरोना से निधन हो गया. अब मनोरमा अपने पति के नाम पर लोगों से सहानुभूति वोट मांग रहीं हैं.
वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मनोरमा देवी के लिए प्रचार कर चुके हैं. उनकी रैली में मनोरमा नड्डा के साथ मंच साझा कर चुकी हैं. हालांकि, 2016 में बेटे की करतूत की वजह से नीतीश कुमार ने मनोरमा देवी को पार्टी से निलंबित कर दिया था.
रॉकी यादव पर क्या है मामला
दरअसल, 7 मई 2016 की शाम 12वीं का छात्र आदित्य सचदेवा अपने दोस्तों के साथ बर्थडे पार्टी से लौट रहा था. इसी दौरान आदित्य की गाड़ी के आगे रॉकी की कार थी. आदित्य ने जब गाड़ी ओवरटेक किया तो रॉकी को ये बात नागवार गुजरी. रॉकी ने कार ओवरटेक कर आदित्य की गाड़ी रुकवाई फिर दोनों के बीच झड़प शुरू हो गई. इसी बीच रॉकी ने आदित्य को गोली मार दी.
कोर्ट ने सभी आरोपियों को दोषी करार दिया
मामला सामने आते ही हड़कंप मच गया. पुलिस रॉकी की तलाश में जगह-जगह छापे मार रही थी, क्योकि मामला जेडीयू की एमएलसी से जुड़ा हुआ था, इसलिए नीतीश सरकार की खूब फजीहत हो रही थी. आखिरकार पुलिस के दबाव में रॉकी ने 29 अक्टूबर को कोर्ट में सरेंडर कर दिया, जिसके बाद पूछताछ में रॉकी ने गोली मारने की बात स्वीकार की थी. 31 अगस्त 2017 को इस मामले में कोर्ट ने सभी अभियुक्तों को दोषी करार दे दिया.
2019 में पीएम के साथ मंच साझा कर चुकी हैं मनोरमा
गया रोड रेज की वारदात के बाद नीतीश कुमार ने मनोरमा देवी को जेडीयू से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया था. हालांकि, 2019 के लोक सभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी की रैली में वह मंच पर नजर आईं. पति बिंदी यादव के निधन के बाद एक बार फिर जेडीयू ने मनोरमा देवी पर अतरी सीट से भरोसा जताया है.