पटना : जेडीयू अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्चुअली रैली का संबोधित किया. इस रैली में राज्य से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता जुड़े हुए थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी का अभिवादन किया और कहा कि कोरोना से निपटने के लिए हमारी सरकार ने मार्च से ही तैयारियां शुरू कर दी थी. अभी तक जितने लोग कोरोना का शिकार हुए है उनमें से रिकवरी रेट बिहार में सबसे ज्यादा है. मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा की बिहार में 88.24 प्रतिशत की दर से लोग इस महामारी से रिकवर हो रहे हैं. कोवाश्क टेस्ट मशीन मिलेगा, जिससे दिनभर में 3600 टेस्ट होंगे.
कोरोना इलाज की त्रिस्तरीय व्यवस्था
उन्होंने कहा कि प्रखंड स्तर पर अब जांच हो रही है, अब कोई भी जांच करा सकता है. इलाज के लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था की गयी है. होम आइसोलेशन के अलावा कोविड केयर, कोविड हेल्थ सेंटर और कोविड अस्पताल में इलाज किया जा रहा. कौन क्या-क्या प्रचारित करता है, हम कुछ नहीं कहेंगे. आज दोपहर बाद हम कोरोना पर मीटिंग करेंगे. हर जिले के बारे में जानकारी ली जाएगा, कई घंटे बैठक चलेगी.
रिकवरी रेट 88.24 फीसदी
नीतीश ने कहा कि बिहार में ठीक होने वालों का प्रतिशत सबसे ज्यादा 88.24 फीसदी है. अगर कोरोना से किसी की मौत होती है, उनके परिजनों को 4 लाख की मदद देते हैं. स्वास्थ्य कर्मियों को एक माह का अतिरिक्त दिया गया. अगर किसी स्वास्थ्य कर्मी की मौत होती है, तो आश्रित को नौकरी. अगर नौकरी नहीं करता है, तो सेवा की अवधि तक का वेतन दिया जाएगा. केंद्र सरकार की ओर से स्वास्थ्य कर्मियों को 50 लाख का बीमा दिया गया है.
20.95 लाख को एक-एक हजार की मदद
20.95 लाख को एक-एक हजार की मदद दी गयी. क्वारंन्टीन सेंटर पर रहने वाले 15 लाख से ज्यादा लोगों रखा गया, एक व्यक्ति पर 53 सौ रुपये खर्च किया गया. लॉकडाउन के दौरान राशनकार्ड धारियों को एक-एक हजार की मदद दी गयी. राशन के अतिरिक्त 5 किलो अतिरिक्त राशन दिया गया. एक किलो दाल या चना दिया जा रहा है. जिनके पास राशनकार्ड नहीं था, उनके लिए व्यवस्था की गयी. लोगों का राशनकार्ड बनवाया गया, अब तक 23.38 लाख लोगों को राशनकार्ड दिया गया.