नई दिल्ली: नीति अयोग के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रस्ताव के साथ भारत के ऑटो उद्योग की दुनिया में बदलाव होने की बात शुरू हो गई है. इस पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कई बदलाव के संकेत दिए.
भारतीय उद्योग परिसंघ की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उद्योगपतियों के सावालों के जवाब देने के बाद गडकरी ने मीडिया से बातचीत की. नई दिल्ली में हुई इस बैठक के बाद नितिन गडकरी ने कहा कि हम एक निवेश के अनुकूल सरकार हैं. हम किसी भी उद्योग को बंद नहीं करना चाहते हैं, बल्कि हम उनकी मदद करना चाहते हैं. हम भारत के विकास दर को बढ़ाना चाहते हैं, इसलिए हम इसमें निजी क्षेत्रों को जोड़ना चाहेंगे.
नितिन गडकरी ने की मीडिया से बातचीत. पढ़ें: हड़ताल जारी, डॉक्टरों का इस्तीफा, HC का आदेश- बातचीत करे सरकार
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि हम कोई भी निर्णय नहीं लेंगे, जो किसी भी क्षेत्र को परेशान करेगा. उनके लिए लेकिन यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि समय के अनुसार और देश के हित में उन्हें अपनी तकनीक को अपग्रेड करना चाहिए. साथ मिलकर हम अपने देश को नई दिशा में ले जा सकते हैं.
ऑटो इंडस्ट्री से जुड़ी कई कंपनियों ने पहले ही 2025 तक 150 सीसी से नीचे के सभी दो पहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगाने और उन्हें इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहनों के साथ बदलने के सरकार के मसौदा प्रस्ताव पर अपनी चिंता व्यक्त की है.