नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना ने चीन सीमा के पास अग्रिम एयरबेस पर नाइट ऑपरेशन का संचालन किया. इस संबंध में ग्रुप कैप्टन ए राठी ने बताया कि नाइट ऑपरेशन में आश्चर्य का तत्व निहित होता है. उन्होंने बताया कि वायुसेना आधुनिक प्लेटफार्मों और उत्साहित सैनिकों की मदद से किसी भी वातावरण में ऑपरेशन के पूरे स्पेक्ट्रम का संचालन कर सकती है.
राठी ने बताया कि वायुसेना इसके लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित और तैयार है. बता दें कि ग्रुप कैप्टन ए राठी भारत-चीन सीमा के पास फॉरवर्ड एयर बेस में वरिष्ठ लड़ाकू पायलट हैं.
वायुसेना के अपाचे हेलिकॉप्टर से नाइट ऑपरेशन को अंजाम दिया है. भारत-चीन सीमा के पास एक अग्रिम एयरबेस पर हेलिकॉप्टर संचालन किया गया है.
इसके अलावा वायु सेना का मिग -29 लड़ाकू विमान भी भारत-चीन सीमा के पास नाइट ऑपरेशन में भाग लिया.
सोमवार देर रात किए गए नाइट ऑपरेशन में चिनूक हेवीलिफ्ट हेलीकॉप्टर का भी संचालन किया गया.
बता दें कि गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव बढ़ गया है. हालांकि, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और चीन के विदेश मंत्री के बीच हुई बातचीत के फलस्वरूप दोनों देशों की सेनाओं के वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से पीछे हटने की खबर सामने आई थी.