नई दिल्ली/श्रीनगर : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा जम्मू-कश्मीर के पुलिस उपाधीक्षक देविंदर सिंह की आतंकवादियों के साथ सांठगांठ की जांच के लिए सरकार की मंजूरी मिलने के एक दिन बाद आतंकवाद निरोधक एजेंसी की टीम अपना काम शुरू करने के लिए श्रीनगर पहुंच गई है. एनआईए 2001 के संसद हमले की फाइलों को भी देखेगी, जिनके बारे में माना जाता था कि गाजी बाबा नाम के एक गैर-स्थानीय लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के कमांडर द्वारा इसकी योजना बनाई गई थी.
एनआईए सूत्र के मुताबिक, 'पांच से छह वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम, जिसमें एक महानिरीक्षक स्तर का अधिकारी शामिल है, श्रीनगर पहुंच गई है. जम्मू-कश्मीर पुलिस उन्हें जांच सौंपेगी.' सूत्र ने कहा कि टीम पहले मामले के सभी कोणों (एगंल) को समझेगी और फिर सिंह को पूछताछ के लिए नई दिल्ली स्थित एजेंसी के मुख्यालय में लाएगी.
हिजबुल मुजाहिदीन से संपर्क कब से?
सूत्र ने कहा कि एनआईए यह समझने की कोशिश करेगी कि सिंह कब और कैसे हिजबुल मुजाहिदीन आतंकवादी समूह के संपर्क में आया? उन्होंने कहा कि श्रीनगर की एनआईए टीम द्वारा प्रारंभिक पूछताछ के दौरान सिंह ने पिछले चार-पांच दिनों से आतंकवादियों का साथ देने की बात कबूल की है और इसमें कई अन्य पुलिस अधिकारियों की भागीदारी के बारे में भी संकेत दिया है.