पटना : केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को लेकर बयान सामने आया है. उनका कहना है कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने स्वतंत्रता के बाद कश्मीर मुद्दे को लेकर गलत रुख अपनाया.
प्रसाद ने कहा कि देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की 'सोच' भारत में जम्मू कश्मीर के विलय को लेकर सही दिशा में थी.
उन्होंने कहा, 'स्वतंत्रता के समय देश में 660 रियासतें थीं. जम्मू कश्मीर को छोड़कर सरदार पटेल ने बाकी सभी रियासतों के भारत में विलय का काम देखा और वहां किसी तरह की कोई समस्या नहीं हुई.'
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'जम्मू कश्मीर का मुद्दा जवाहरलाल नेहरू ने देखा और समस्या आज तक बनी हुई है.'
केंद्र द्वारा जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35ए को रद किये जाने के फैसले को लेकर केंद्रीय कानून मंत्री भाजपा के जन जागरण अभियान को संबोधित कर रहे थे.
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प्रसाद ने कहा, 'यह दिखाता है कि पटेल की सोच सही थी जबकि नेहरू का रुख गलत. हमें पहले यह निश्चित रूप से मानना होगा.'
पटेल के सचिव वी शंकर द्वारा लिखी किताब का संदर्भ देते हुए प्रसाद ने कहा कि तत्कालीन गृह मंत्री ने उन्हें बताया था कि अनुच्छेद 370 उस दिन रद हो जाएगा, जब साहस वाला कोई नेता आएगा.
उन्होंने कहा, 'साहस और दृढ़ता वाला एक नेता यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में है, जिन्होंने 70 साल बाद एक झटके में अनुच्छेद 370 को रद कर दिया.'