नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कथित 'इस्लामोफोबिया' (इस्लाम के प्रति पूर्वाग्रह) को लेकर अरब देशों में भारत की आलोचना की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को कहा कि मुस्लिम समुदाय के खिलाफ बयानों और घटनाओं से विदेश में नकारात्मक प्रतिक्रिया होना स्वाभाविक है तथा इस पर 'नुकसान की भरपाई' के बजाय घरेलू हकीकत को बदलना अधिक महत्वपूर्ण होगा.
उन्होंने एक साक्षात्कार में यह आरोप भी लगाया कि मोदी सरकार अपने कुछ उच्च पदासीन व्यक्तियों समेत 'सबसे उग्र समर्थकों' की ओर से किए जाने वाले गलत व्यवहार और बयानों पर अंकुश लगाने में 'शर्मनाक ढंग से' विफल रही है.
लोकसभा सदस्य थरूर के मुताबिक, सरकार जो कहती है, वह मायने नहीं रखता, बल्कि महत्वपूर्ण यह है कि वह खुद क्या करती है और दूसरों को क्या करने देती है... इसी से उसके बारे में धारणा बनती है.
उन्होंने केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति के 2014 में दिए गए कथित बयान का हवाला देते हुए कहा कि हाल ही में उत्तर प्रदेश में भाजपा के एक विधायक की कथित टिप्पणी आई, जिसमें उन्होंने लोगों से मुस्लिम सब्जी वाले के पास से सब्जी नहीं खरीदने के लिए कहा.
गौरतलब है कि पिछले दिनों मुस्लिम सब्जीवाले के बारे में कथित टिप्पणी से जुड़ा भाजपा विधायक सुरेश तिवारी का एक वीडियो वायरल हुआ था. इसको लेकर भाजपा ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है.