नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद को सूचित किया कि पिछले तीन वर्षों के दौरान भारत में लगभग 24.94 लाख टन ई-कचरा उत्पन्न हुआ है. यह ई कचरा हर साल बढ़ता ही जा रहा है.
प्रश्न के लिखित उत्तर में पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने लोक सभा को बताया कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने राष्ट्रीय स्तर पर ई-कचरे के 21 प्रकार के अधिसूचित बिक्री आंकड़ों के आधार पर वित्तीय वर्ष 2017-18 से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण कचरे का अनुमान लगाया है.
आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 के लिए ई-कचरा अनुमानित 7,08,445 टन है, वित्त वर्ष 2018-19 के लिए 7,71,215 टन और वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 10,14,961.2 टन है.