बेंगलुरु :कर्नाटक में शुक्रवार को पैरामोटरिंग हादसे में एक नौसेना अधिकारी की मौत हो गई. पुलिस ने मृतक की पहचान भारतीय नौसेना के कप्तान मधुसूदन रेड्डी (54) के रूप में की है. हालांकि हादसे में पैरामोटर के मालिक डॉ. विद्याधर वैद्य (60) और पायलट दोनों बच गए हैं.
पैरामोटरिंग एक एडवेंचर स्पोर्ट है, जिसमें राइडर इसमें लगी एक सीट पर बैठकर हवा में उड़ जाता है. इसकी गति एक मोटर से संचालित होती है. यह घटना कर्नाटक के कारवार में स्थित रवींद्रनाथ टैगोर बीच पर हुई, जो साहसिक खेलों के लिए मशहूर है. यह बीच पूरे दक्षिण भारत से कई पैरासेलिंग और पैरामोटरिंग के शौकीनों को अपनी ओर आकर्षित करता है.
एक अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान रवींद्रनाथ टैगोर बीच पर एडवेंचर खेलों पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसे सात महीने के बाद शुक्रवार को अनलॉक- 5 के एक हिस्से के रूप में फिर से खोला गया.
कारवार टाउन पुलिस ने कहा कि मोटर में अचानक खराबी आ जाने के चलते कैप्टन मधुसूदन रेड्डी (54) अरब सागर में गिर गए थे. हालांकि, पानी से उन्हें बचाए जाने के 30 मिनट बाद अस्पताल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई.
पुलिस के अनुसार, कारवार में भारतीय नौसेना के बेस सी बर्ड में कार्यरत रेड्डी शुक्रवार को अपने परिवार के सदस्यों के साथ बीच पर आए हुए थे. वह मूल रूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे और उनका परिवार उनसे मिलने के लिए यहां आया हुआ था.