नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को प्रधानमंत्री पर 'देशविरोधी' होने का आरोप लगाया. साथ ही दावा किया कि पांच वर्षों के कार्यकाल में मोदी ने सरकारी कपंनियों के हितों को मारकर निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाया है.
उन्होंने यह भी दावा किया कि पिछले चुनाव के वादों को पूरा करने में विफल साबित हुए प्रधानमंत्री असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे उठा रहे हैं.
सिद्धू ने कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, 'पिछले पांच वर्षों में सरकारी कंपनियां डूबती चली गईं और चंद निजी कंपनियां मुनाफे आ गईं. चौकीदार अक्सर अमीरों के घर के बाहर खड़ा और गरीबों के हक को मारता रहा.'
उन्होंने कहा, 'कहा गया था कि ना खाऊंगा, न खाने दूंगा, जबकि यह एक मुखौटा था. प्रधानमंत्री ने 55 देशों के दौरे किए और इन दौरों पर अंबानी और अडानी उनके साथ गए तथा 18 सौदे किए. जबकि समझौते सरकारी कंपनियों के लिए सौदे होने चाहिए.'
कांग्रेस नेता ने राफेल विमान सौदे, बीएसएनएल की खराब वित्तीय हालत, नोटबंदी तथा कुछ अन्य मुद्दों का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार में सरकारी कंपनियों के हित को मारकर निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाया गया.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'जो व्यक्ति सरकारी कंपनियों के हितों को मारकर निजी कंपनियों में पैसे भर रहा है, जो पेटीएम का विज्ञापन कर रहा है, जो असल मुद्दों से भाग रहा है क्या वह देश विरोधी नहीं है तो फिर क्या है?'
सिद्धू ने कहा, 'प्रधानमंत्री अपने किसी भी वादे को पूरा करने में सफल रनहीं करहे हैं. अब तो लोग पूछ रहे हैं:15 लाख रुपये का आज भी इंतजार है, मोदी जी आप कैसे चौकीदार हैं?'
उन्होंने कहा, 'अगर इनसे कोई वाजिब सवाल करता है तो उसे देशद्रोही घोषित किया जाता है. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. सवाल तो पूछा जाएगा. इनकी देशभक्ति का मुखौटा उजड़ गया है.'
सिद्धू ने राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा चुनावों में उठाए जाने को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, 'पहले आतंकी हमले होते थे तो इस्तीफे मांगे जाते थे और अब आतंकी हमले होते हैं तो वोट मांगे जाते हैं.' उन्होंने दावा किया, 'इन्होंने पांच वर्षों की सरकार में लोकतंत्र को गुंडा तंत्र बना दिया, धंधा तंत्र बना दिया, ट्रोल तंत्र बना दिया.'
करतारपुर साहिब कोरिडोर के विषय के बारे में पूछे जाने पर सिद्धू ने कहा, 'करतारपुर साहिब कोरिडोर 70 सालों की प्रार्थना से संभव हो रहा है. यह दोनों सरकारों ने किया है. इस पर राजनीति क्यों होनी चाहिए? बाबा नानक जोड़ने वाले थे. अगर यह बन जाएगा तो 12 करोड़ लोगों की दुआएं मिलेगी.'