भुवनेश्वर : कभी महान नेता और अपने पिता बीजू पटनायक की विरासत संभालने के अनिच्छुक रहे ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने खुद को सत्तारूढ़ बीजद का ऐसा नेता साबित किया है, जिसकी कोई चुनौती नहीं है. वह लगातार आठवीं बार अपनी पार्टी के अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं.
लेखक, कलाप्रेमी, कुशल राजनेता नवीन पटनायक कभी राजनीति में नौसिखिया समझे जाते थे लेकिन वह अब उससे काफी आगे निकल चुके हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक के तीन बच्चों में सबसे छोटे नवीन पटनायक ने 1997 में अपने पिता के निधन के बाद उनके राजनीतिक विरासत की कमान संभाली थी.
कटक में 16 अक्टूबर 1946 को जन्मे नवीन पटनायक की स्कूली शिक्षा वेलहाम ब्वॉयज स्कूल और देहरादून के दून स्कूल से हुई. उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की.
दो दशक से कुछ अधिक समय के अंदर उन्होंने पांचवीं बार सत्ता संभाली और उनके नेतृत्व में बीजू जनता दल (बीजद) ने पिछले वर्ष एक और शानदार जीत हासिल की.
73 वर्षीय नेता को बुधवार को लगातार आठवीं बार क्षेत्रीय दल का अध्यक्ष चुना गया.
पटनायक 26 दिसम्बर 1997 को क्षेत्रीय दल का गठन होने के बाद से ही शीर्ष पद पर बने हुए हैं.
क्षेत्रीय दल का अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद पटनायक ने कहा, 'बीजद जीतने या हारने के लिए चुनाव नहीं लड़ता है. यह लोगों का प्यार जीतने और ओड़िशा के लोगों की सेवा के लिए लड़ता है.'
मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैं राज्य के साढ़े चार करोड़ लोगों को धन्यवाद देता हूं.'