नई दिल्ली: नेशनल हाई स्पीड रेल कार्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने उम्मीद जताई है कि बुलेट ट्रेन के लिए दिसंबर तक भूमि अधिग्रहण का काम कर लिया जाएगा. एनएचएसआरसीएल की तरफ से कहा गया कि 508 किलोमीटर लंबी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए आवश्यक भूमि के ज्यादातर हिस्से पर इस साल के अंत तक अधिग्रहण कर लिया जाएगा.
एनएचएसआरसीएल की प्रवक्ता सुषमा गौर ने कहा कि परियोजना की निविदा प्रक्रिया पूरी होते ही जरूरी भूमि का अधिग्रहण कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा, 'भूमि के ज्यादातर हिस्से का अधिग्रहण दिसंबर 2019 तक हो जाएगा.'
भारत में बुलेट ट्रेनों के 320 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ने की उम्मीद है जिससे वे 508 किलोमीटर की दूरी लगभग दो घंटों में पूरी कर लेंगी. इसकी तुलना में, फिलहाल इस दूरी को तय करने में ट्रेनें सात घंटों का समय लेती हैं जबकि विमान लगभग एक घंटे का समय लेता है.
एनएचएसआरसीएल ने अब तक 1,380 हैक्टेयर की 39 प्रतिशत (537 हैक्टेयर) भूमि का अधिग्रहण कर लिया है, जिसमें गुजरात में 940 हैक्टेयर में से 471 हैक्टेयर और महाराष्ट्र में 431 हैक्टेयर में से 66 हैक्टेयर भूमि पर कब्जा किया जा चुका है.
एजेंसी हालांकि दादरा एवं नगर हवेली में नौ हैक्टेयर भूमि में से एक भी टुकड़े का अधिग्रहण नहीं कर पाई है. गौर ने कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना अच्छी रफ्तार से आगे बढ़ रही है.
उन्होंने कहा, 'दो-तीन महीने पहले 33 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण हुआ था. और 90 दिनों के अंदर हम और छह प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण करने में सफल रहे.'