जयपुरः वायु प्रदूषण देश के लिए एक गंभीर समस्या है. इससे निपटने के लिए सरकार प्रयासरत है. दूसरी तरफ इसी विषय पर अस्थमा भवन के निदेशक वीरेंद्र सिंह का यह कहना है कि जब बात वायु प्रदूषण के कारण होनेवाली मौतों की आती है, तो राजस्थान इसमें शीर्ष पर है.
सिंह ने 'डॉक्टर्स फॉर क्लीन एयर-राजस्थान चैप्टर' की शुरुआत के मौके पर लेंसेट प्लांट हेल्थ रिपोर्ट 2018 का हवाला देते हुए कहा कि राज्य में हर एक लाख की आबादी पर वायु प्रदूषण से 112.5 लोगों की मौत होती है, जो भारत में सबसे अधिक है.
राजस्थान के बाद उत्तर प्रदेश है, जहां प्रति लाख की आबादी पर 111.1 की मौत होती है
.उन्होंने चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि क्रोनिक ऑब्सट्रकटिव पल्मोनरी डिजिज (सीओपीडी) से होने वाली मौतें की सूची में भी राजस्थान शीर्ष पर है. साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान में हर एक साल की आबादी पर 24 की मौत अस्थमा से होती है.
दिल्ली स्थित लंग केयर फाउंडेशन के संस्थापक और प्रबंधक ट्रस्टी अरविन्द कुमार ने कहा कि प्रदूषण में वृद्धि एक राष्ट्रीय आपातकाल है , उन्होंने आगे कहा कि वायु प्रदूषण एक साइलेंट किलर है.