हैदराबाद :इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए एक सितंबर से शुरू हुई संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई मेन) रविवार को संपन्न हो गई. कोविड 19 महामारी के कारण दो बार स्थगित किए जाने के बाद सितंबर में जरूरी परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं.
एनटीए अधिकारियों के अनुसार, देश भर के 15.97 लाख उम्मीदवारों ने एनईईटी के लिए रजिस्ट्रेशन किया है, जो कि ईईई के विपरीत एक पेन-पेपर आधारित परीक्षा है.
एक कक्ष में बैठेंगे 12 परीक्षार्थी
सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए एनटीए ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) के लिए केंद्रों की संख्या 2,546 से बढ़ाकर 3,843 कर दी है, जबकि प्रति कक्ष परीक्षार्थियों की संख्या 24 से घटाकर 12 कर दी गई है.
सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल
एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, 'परीक्षा हॉल के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग को सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं, ताकि परीक्षार्थी इंतजार करते समय पर्याप्त सोशल डिस्टेंसिंग के साथ खड़े हो सकें.'
मार्गदर्शन के लिए एडवाइजरी जारी
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, 'परीक्षार्थियों को उचित सोशल डिस्टेंसिंग के लिए 'डॉस और डॉनट्स' के बारे में मार्गदर्शन देते हुए एक एडवाइजरी भी जारी की गई है. हमने राज्यों को, सरकारों को परीक्षार्थियों के स्थानीय प्रदर्शन के समर्थन के लिए भी बताया है. ताकि वह समय पर अपने परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में सक्षम हों.'
सुरक्षा को लेकर उठाये यह कदम
परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वार के और परीक्षा हॉल के अंदर हर समय हैंड सैनिटाइटर उपलब्ध कराना, बारकोड रीडर वाले परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड की जांच करने की प्रक्रिया को बदलना, परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाना, वैकल्पिक बैठने की योजना, एनटीए द्वारा हर कमरे में कम छात्रों की उपस्थिति रखना जैसे उठाए गए कदमों में से एक है.
तीन प्लाई मास्क की पेशकश जरूरी
उन्होंने कहा कि, सभी परीक्षार्थियों को मास्क और सैनिटाइजर के साथ परीक्षा केंद्रों में जाने के लिए कहा जाएगा. एक बार जब वे केंद्र में प्रवेश करते हैं, तो उन्हें परीक्षा प्राधिकरण द्वारा प्रदान किए गए मास्क का उपयोग करना होगा. हर एक परीक्षार्थियों को तीन प्लाई मास्क लगाना जरूरी होगा. परीक्षा के समय इंट्री के दौरान किसी भी तरह के अनुचित चीजों से बचने के लिए जरूरी सुरक्षा चीजों को पहनने की उम्मीद की जाती है.
परिवहन सुविधा के लिए पोर्टल लॉन्च
अधिकारियों की मानें तो पहले से ही ओडिशा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकारों ने छात्रों को आश्वासन दिया है कि वे परिवहन प्रदान करेंगे, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के पूर्व छात्रों और छात्रों ने भी जरूरतमंद परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा केंद्रों तक परिवहन सुविधा प्रदान करने के लिए एक पोर्टल लॉन्च किया है.
विशेष सेवा की योजना
कोलकाता में मेट्रो रेलवे 13 सितंबर को एनईईटी परीक्षार्थियों के लिए विशेष सेवा चलाने की योजना बना रहा है ताकि उन्हें अपने परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में मदद मिल सके. मेट्रो रेलवे के महाप्रबंधक मनोज जोशी के अनुसार, 'योजना के चलते अभिभावकों के साथ परीक्षार्थियों को अपने एडमिट कार्ड दिखाने की अनुमति होगी.'
'छात्रों का कीमती साल नहीं होगा बर्बाद'
सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले कोविड-19 मामलों की संख्या में बढ़ोतरी के कारण दो परीक्षाओं को स्थगित करने की याचिका खारिज कर दी थी, जिसमें कहा गया था कि छात्रों का कीमती साल बर्बाद नहीं हो सकता है.
परीक्षा स्थगित की मांग
कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, डीएमके अध्यक्ष एम के स्टालिन और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित कई विपक्षी नेताओं ने भी मांग की थी कि परीक्षा स्थगित की जाए.
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सुप्रीम कोर्ट ने याचिका की थी खारिज
उन्होंने कोरोनो वायरस संकट के दौरान जेईई और एनईईटी यूजी 2020 प्रवेश परीक्षा आयोजित करने के अपने आदेश की समीक्षा के लिए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने याचिका खारिज कर दी थी.