रियाद : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में सुधार पर जोर दिया. उन्होंने इस बात पर खेद प्रकट किया कि कुछ देश संयुक्त राष्ट्र को विवाद सुलझाने की 'संस्था' के रूप में इस्तेमाल करने की बजाय एक 'औजार' की तरह इसका उपयोग कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने 'ब्रिजवॉटर एसोसिएट्स' के संस्थापक, सह-अध्यक्ष और सह मुख्य निवेश अधिकारी रे डेलियो के साथ चर्चा के दौरान कहा कि संयुक्त राष्ट्र का विवाद सुलझाने की संस्था के रूप में उस तरह विकास नहीं हुआ है जैसा कि होना चाहिये था. सभी देशों को संयुक्त राष्ट्र की संचरना में सुधार के बारे में सोचना चाहिये.
बहुचर्चित 'फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव' (एफआईआई) में मुख्य संबोधन देने वाले मोदी ने कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप परितंत्र है. उन्होंने भारतीय स्टार्टअप में निवेश के लिए उपक्रम कोष की मांग की.
मोदी ने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र केवल एक संस्था नहीं होना चाहिए, बल्कि सकारात्मक बदलाव के लिए एक साधन भी होना चाहिए.'