उत्तराखंड आपदा : सरकार ने जारी की लापता लोगों की सूची, परिवार में मचा कोहराम
उत्तराखंड के चमोली जिले में पिछले रविवार को आई प्राकृतिक आपदा में लापता हुए लोगों के परिवार के लोग बेहद परेशान हैं. ग्लेशियर टूटने के बाद आई तबाही में कई लोग बह गए. वहीं अबतक 31 शव बरामद हो चुके हैं.
उत्तराखंड आपदा
By
Published : Feb 9, 2021, 7:32 PM IST
देहरादून : उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से कई गांव पानी के तेज बहाव में बह गए, वहीं हादसे में 31 शव बरामद किए चुके हैं. ग्लेशियर टूटने से मची तबाही में अभी भी कई लोग लापता हैं. रविवार की सुबह हुए बड़े हादसे में 197 मजदूर और पावर प्रोजेक्ट के कर्मचारी लापता बताए जा रहे हैं. उत्तराखंड सरकार ने लापता लोगों की सूची जारी की है. जिसमें कई प्रदेश के लोग शामिल हैं, जिन लोगों के लापता सूची में नाम शामिल हैं, उनके गांव में कोहराम मचा हुआ है. पूरे गांव में मातम छा गया है. लापता मजदूरों के परिवार के सदस्यों ने बताया कि उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से हुए हादसे के बाद लगातार संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है, पर किसी से संपर्क नहीं हो पा रहा है.
बिजनौर के 7 मजदूर भी अभी तक लापता
बिजनौर जिले के मंडावली क्षेत्र के 7 मजदूर लापता हैं. परिजनों द्वारा काफी संपर्क करने के बावजूद भी अभी तक मजदूरों से संपर्क नहीं हो सका है. इसको लेकर मजदूरों के परिजनों ने थाना मंडावली में तहरीर दी है. ग्लेशियर फटने से जहां उत्तराखंड सहित आस-पास के जनपदों में पानी आने की संभावना थी, वहीं उत्तराखंड में काम करने गए कई मजदूरों की मौत हो चुकी है. लापता मजदूरों के परिजनों ने थाना मंडावली में एक रिपोर्ट दर्ज कराई है. वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार उत्तराखंड प्रशासन से लापता मजदूरों की जानकारी के बारे में पता किया जा रहा है. लेकिन अभी तक प्रशासन के आलाधिकारियों को इन मजदूरों के बारे में कुछ भी पता नहीं चल सका है.
चंदौली के पंकज लापता, परिवार पर टूटा दुःखों का पहाड़
6 महीने पिता बने थे पंकज
वहीं चमोली के पंकज पांडेय लापता हैं. पंकज के लापता होने की जानकारी मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. पंकज के भाई राहुल पांडेय समेत परिवार के अन्य लोग चमोली रवाना हो गए हैं. चमोली हादसे में लापता पंकज के घर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. उनकी मां और परिवार के अन्य लोग पंकज की सलामती की दुआ के साथ ही बिलख रहे हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए पंकज की मां की आंखों के आंसू रुक नहीं रहे थे. उन्होंने बताया कि चार दिन पहले बात हुई थी. तब सब कुछ ठीक था. पंकज भी काफी खुश थे. उनकी मां ने बताया कि पंकज करीब 6 महीने पहले पिता बने थे.
बिहार के विजय प्रसाद लापता
बिहार के हथुआ थाने के सोहागपुर के विजय प्रसाद उर्फ नेमधारी उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से आए प्रलय के बाद से लापता हैं. वह बिजली परियोजना में कार्यरत थे. लापता विजय प्रसाद की पत्नी रमिता देवी तीन बच्चों के साथ गांव पर ही मां पिता के साथ रहती हैं. इस घटना के बाद उनका भी रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, उनकी पत्नी के भाई ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द उनकी तलाश की जाए.
बुजुर्ग पिता को नहीं बेटे की कोई खबर
उत्तर प्रदेश के भूलनपुर गांव के रहने वाले 55 वर्षीय नत्थू लाल का इकलौता बेटा धर्मेंद्र तपोवन स्थित हाइड्रोइलेक्ट्रिक परियोजना में काम करता था और आपदा के 48 घंटे गुजरने के बाद भी उन्हें अपने बेटे की कोई खबर नहीं मिली है. नत्थू लाल ने बताया कि पिछली पांच फरवरी को ही उनके बेटे का फोन आया था. उस वक्त परिवार को जरा भी अंदाजा नहीं था कि यह परिवार से उसकी आखिरी बातचीत होगी. इस गांव में तीन परिवारों के छह लोगों समेत कुल 15 लोग चमोली की त्रासदी घटना के बाद लापता हैं. वह सभी तपोवन परियोजना पर काम कर रहे थे.
नहीं पता कहा है बेटा और पति
उत्तर प्रदेश के भूलनपुर गांव के 50 वर्षीय श्रीकृष्ण की पत्नी ने बताया कि उनके पति और बेटा राजू इस वक्त कहां और किस हाल में हैं, उन्हें कुछ खबर नहीं है. उन्होंने बताया कि राजू की शादी इसी अप्रैल में होने वाली थी और उसने जल्द लौटने का वादा किया था. पूरा परिवार भगवान से प्रार्थना कर रहा है कि श्रीकृष्ण और राजू के बारे में कोई अच्छी खबर मिले.
गैस सिलेंडर के कारण बची जान
आपदा से बच कर आए मिर्जागंज के मुजीम और इच्छा नगर के अजीम ने अपने परिजनों को 'काले दिन' का जिक्र करते हुए बताया कि वह अपने रसोई गैस सिलेंडर को भरवाने के लिए पड़ोस के ही ऊंचाई वाले इलाके में गए थे. यह खुदा का करम ही था कि इसी वजह से वे कुदरत के कहर से बच गए. हालांकि, उनके साथ काम करने वाले मिर्जागंज निवासी भलभल का अभी कुछ पता नहीं चल पाया है.
बता दें उत्तराखंड के चमोली आपदा में 197 लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिसमें 31 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं. जिनमें से दो लोगों की शिनाख्त हो चुकी है. 24 के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. 12 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. 12 में से 6 लोग घायल हैं. वहीं 25 से 30 मजदूर अभी सुरंग में फंसे हुए हैं. जिला प्रशासन ने 95 लापता लोगों की सूची जारी कर दी है. लापता मजदूर यूपी, हरियाणा, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और पंजाब के रहने वाले हैं.
उत्तराखंड आपदा प्रबंधन ने जारी की लिस्ट
कंपनी और गांव का नाम
लापता लोगों की संख्या
शिनाख्त शव
ऋत्विक कंपनी
21
ऋत्विक कंपनी सहयोगी
94
HCC कंपनी
03
ओम मेटल
21
तपोवन गांव
02
02
रिंगी गांव
02
ऋषि गंगा कंपनी
46 इसमें दो पुलिसकर्मी है
करछो गांव
02
रैंणी गांव
06
वहीं एनटीपीसी के 12 व्यक्तियों को सुरक्षित बचाया गया है. जिनमें से छह घायल हैं.