नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने भगोड़े स्वयंभू भगवान नित्यानंद पर शिकंजा कसते हुए उसका पासपोर्ट रद्द कर दिया है. विदेश मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मीडिया से साझा करते हुए बताया कि नित्यानंद का पासपोर्ट और नया आवेदन खारिज कर दिया गया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मीडिया से जानकारी साझा की उन्होंने कहा भारत के सभी दूतावास और कार्यालयों को बता दिया है कि यह व्यक्ति अपराधी है और कई मामलों में वांछित है. साथ में अपने दूतावासों को स्थानीय सरकार से इस सूचना को साझा करने का निर्देश भी दिया है.
बता दें कि नित्यानंद के आश्रम से दो लड़कियों के लापता हो जाने के बाद पिछले माह उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
पुलिस ने दो महिला अनुयायियों- साध्वी प्राण प्रियानंद और प्रियातत्व रिद्धि किरण को भी गिरफ्तार किया था. दोनों पर कम से कम चार बच्चों को कथित तौर पर अगवा करने और उन्हें एक फ्लैट में बंधक बनाकर रखने का आरोप है.
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इसके साथ यह भी आरोप है कि आश्रम के लिए चंदा एकत्र करने के काम में इन बच्चों का इस्तेमाल बाल मजदूरों के तौर पर किया जा रहा था.
इस बीच नित्यानंद विदेश भाग गया. पुलिस की तलाश के बीच ऐसी रिपोर्टें सामने आई हैं कि नित्यानंद ने इक्वाडोर के पास एक द्वीप पर कैलासा देश बनाया है. इसका अपना ध्वज और राजनीतिक तंत्र है.