श्रीनगर :जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में सोमवार को एक आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ और पुलिस के तीन जवान शहीद हो गए. सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को भी मार गिराया है. जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने मुठभेड़ की जानकारी देते हुए कहा कि सोमवार सुबह आतंकियों ने सीआरपीएफ और पुलिस की नाका पार्टी पर हमला किया. जिसमें सीआरपीएफ के दो और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक जवान की मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ के शहीद जवानों की पहचान लोकेश शर्मा और चालक खुर्शीद खान के रूप में हुई है, पुलिस के एसपीओ मुजफ्फर अहमद की मौत हुई है.
डीजीपी दिलबाग सिंह का बयान दिलबाग सिंह ने कहा कि मारे गए आतंकियों की पहचान इनायतुल्लाह, उस्मान और साजद हैदर के रूप में हुई है. साजद घाटी के शीर्ष दस आतंकियों की सूची में शामिल था. वह 2016 से घाटी में सक्रिय था.
इससे पहले मुठभेड़ के संबंध में जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने कहा कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह हमला लश्कर ने किया है. हम आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देंगे.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों ने उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के क्रेरी इलाके में एक नाके पर आज सुबह सुरक्षा बल के एक दल पर हमला कर दिया. उन्होंने बताया कि हमले में सीआरपीएफ के दो जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) शहीद हो गया. अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर आतंकवादियों की धर-पकड़ के लिए अभियान शुरू कर दिया है.
बारामूला में नाका पार्टी पर आतंकी हमला बता दें कि स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले, जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके- नौगाम में भी हमला किया था. शुक्रवार, 14 अगस्त को जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई थी. इस हमले में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गये थे, जबकि एक अन्य कर्मी घायल हुआ था.
इस संबंध में पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा था कि पाकिस्तान और उसके छद्म केंद्र शासित प्रदेश में शांति बर्दाश्त नहीं कर सकते. उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में शांति को मजबूत करने की कोशिशें जारी रहेंगी.
नौगाम में पुलिस दल में हमले में शहीद दो जवानों को अंतिम सलामी देने के लिए आयोजित कार्यक्रम के बाद पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा, 'हम आने वाले दिनों में आतंकवाद निरोधी अभियान का विस्तार करेंगे लेकिन ऐसी घटनाएं पाकिस्तान और उसके गुर्गों की वजह से होती है क्योंकि वे यहां शांतिपूर्ण माहौल को बर्दाश्त नहीं कर सकते. इस तरह की साजिश पूरी सीमा पर चल रही है और वे शांति के रास्ते में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं. बहरहाल, मुझे भरोसा है कि शांति मजबूत करने की हमारी कोशिश जारी रहेगी.'