नई दिल्ली :भारत ने कहा कि सीमा विवाद को लेकर चीन के साथ उसकी सैन्य वार्ता का किसी भी बाहरी मुद्दे से कोई संबंध नहीं है. यह टिप्पणी हाल ही में सम्पन्न भारत-अमेरिका ‘टू प्लस टू’ वार्ता की पृष्ठभूमि में आई है जिसमें दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की सैन्य आक्रामकता पर चर्चा की तथा एक रणनीतिक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने चीन के साथ कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता के अगले दौर के बारे में कहा कि दोनों पक्ष सैन्य और राजनयिक माध्यमों से बातचीत जारी रखने तथा जल्द से जल्द सैनिकों की वापसी के लिए पारस्परिक रूप से स्वीकार्य किसी समाधान पर पहुंचने के लिए सहमत हुए हैं.
उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, 'बातचीत के अगले दौर के संबंध में, जब हमारे पास साझा करने के लिए और जानकारी होगी, हम आपको अवगत करा देंगे. मैं यह स्पष्ट कर दूं कि इसके और किसी बाहरी मुद्दे के बीच कोई संबंध नहीं है.'
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चीन के साथ सीमा विवाद से जुड़े सवालों के अलावा उनसे यह प्रश्न भी किया गया था कि क्या चीन ने भारत और अमेरिका के बीच मूलभूत विनिमय और सहयोग करार (बीईसीए) को लेकर सैन्य वार्ता के अगले दौर में देरी की है.
श्रीवास्तव ने कहा, 'हालिया टू प्लस टू के संबंध में... विदेश मंत्री ने कहा था कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर हमारी वार्ता में विशेष ध्यान था. हमने इस क्षेत्र में सभी देशों के लिए समृद्धि, स्थिरता और शांति के महत्व को दोहराया.'