नई दिल्लीः भारत और चीन के शीर्ष सैन्य कमांडरों की मोल्दो में बैठक होने वाली है. इसमें सीमा विवाद पर, खास तौर से पूर्वी लद्दाख की पैंगोंग झील इलाके पर चर्चा होगी. रक्षा सूत्रों के मुताबिक, इस बार की बैठक में विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) नवीन श्रीवास्तव भी भारतीय प्रतिनिधिमंडल सदस्य के रूप में शामिल होंगे.
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व 14वें कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह करेंगे. सोमवार सुबह 11 बजे होने वाली बैठक में दो मेजर जनरल अभिजीत बापट और पदम शेखावत भी शामिल हो सकते हैं.
मोल्दो, चुशुल में भारतीय सेना के बेस के पार, पीएलए बेस है. यह पहली बार है जब विदेश मंत्रालय का कोई अधिकारी दोनों सेनाओं के बीच लेफ्टिनेंट-जनरल स्तर की सैन्य वार्ता में भाग लेगा.
सूत्रों ने ईटीवी भारत को बताया कि यह कदम वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) को परिभाषित करने के लिए महत्वपूर्ण है. इस समय दोनों एशियाई दिग्गज एलएसी की अपने हिसाब से व्याख्या करते हैं.
इस बैठक में चीनी पक्ष से कोई भी विदेश मंत्रालय का प्रतिनिधि नहीं होगा क्योंकि चीन में कूटनीति और सेना के बीच कोई स्पष्टता नहीं है जिस तरह से यह भारत में संरचित है.
पीएलए के दक्षिण शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर मेजर-जनरल लिन लियू चीनी टीम का नेतृत्व करेंगे.
यह छठी बार होगा जब दोनों कोर कमांडर 6 जून, 22 जून, 30 जून, 14 जुलाई और 2 अगस्त के बाद चुशूल-मोल्दो में मिलेंगे.