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श्रीलंका की नई सरकार के साथ काम करने को तैयार है भारत : विदेश मंत्रालय

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Published : Nov 21, 2019, 4:52 PM IST

Updated : Nov 21, 2019, 7:32 PM IST

विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत ने पाकिस्तान से गिरफ्तार किए गए अपने दो नागरिकों प्रशांत वेंदम और धारी लाल तक राजनयिक पहुंच मुहैया कराने की अपील की है. इसके अलावा विदेश मंत्रालय ने श्रीलंका-भारत, और भारत-बांग्लादेश के रिश्तों पर भी प्रतिक्रिया दी है. जानें पूरा विवरण

रवीश कुमार

नई दिल्ली : विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत ने पाकिस्तान से गिरफ्तार किए गए अपने दो नागरिकों प्रशांत वेंदम और धारी लाल तक राजनयिक पहुंच मुहैया कराने की अपील की है.

शुक्रवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'आशा है कि दोनों भारतीय, पाकिस्तान के दुष्प्रचार का शिकार नहीं होंगे , बिना किसी नुकसान के उन्हें वापस किया जाए.'

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार का बयान

रवीश ने बताया कि बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना पीएम मोदी के अनुरोध पर शुक्रवार को कोलकाता का दौरा कर रही हैं. हमें लगा कि यह सबसे उपयुक्त है कि भारत में पहले दिन-रात्रि टेस्ट मैच का उद्घाटन भारत के किसी अच्छे दोस्त द्वारा किया जाए, यही कारण है कि शेख हसीना कोलकाता का दौरा कर रही हैं.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार का बयान

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि 2016-17 में दो भारतीय नागरिकों ने अनजाने में पाकिस्तान में घुसने की कोशिश की थी. लेकिन इस संबंध में भारत ने पाकिस्तानी अधिकारियों को सूचित कर दिया था. बावजूद इसके उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई.

रवीश कुमार ने कहा कि अब इन दोनों भारतीयों की अचानक गिरफ्तारी से हमें काफी हैरानी है.

इसके साथ ही रवीश ने कहा कि भारतीय मूल के पांच लोग व करीब 100 मछुआरे पाकिस्तानी जेलों में हैं. इनमें से कई लोगों ने अपनी सजा पूरी कर ली है. रवीश कुमार ने कहा कि हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान हमें इस बारे में सूचित करेगा.

उन्होंने कहा कि हमें इस बात की जानकारी है कि प्रशांत वेंदम और धारी लाल ने अनजाने में नियंत्रण रेखा को पार किया था.

भारत और यूएस के बीच व्यापर वार्ता को लेकर रवीश कुमार ने कहा कि दोनों ही राष्ट्रों की ओर से व्यापार को लेकर बातचीत जारी है. उन्होंने इस बात की आशा जाहिर की है कि जल्द से जल्द इनका निवारण खोज लिया जाएगा.

वहीं जपान पर विदेश मंत्रालय ने बयान देते हुए कहा कि हमें जपान के साथ 2+2 वार्ता की आशा है. उन्होंने बताया कि मध्य दिसंबर में होने वाले समिट में दोनों देशों के बीच बातचीत का अहम मुद्दा रहेगा.

बता दें, श्रीलंका के पूर्व रक्षामंत्री गोटाबाया राजपक्षे राष्ट्र के सातवें कार्यकारी राष्ट्रपति बन गए हैं. इस पर रवीश ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने गोटाबाया को सबसे पहले इस बात की बधाई दी है.

रवीश ने कहा कि लंका से हमारे पुराने संबंध हैं और भारत को आशा है कि दोनों देशों के बीच के संबंध सदा ही अच्छे बने रहेगे. उन्होंने कहा कि भारत और श्रीलंका के संबंध एक दूसरे के साथ सीधे हैं, इनमें किसी तीसरे देश की कोई भूमिका नहीं है.

इस संबंध में आगे बोलते हुए रवीश ने जानकारी दी कि श्रीलंका के राष्ट्रपति 29 से 30 नवंबर को भारत का दौरा करेंगे.

रवीश कुमार ने करतारपुर जाने वाले श्रद्धालुओं को पासपोर्ट प्राप्त करने में आ रही परेशानी पर भी बातचीत की. उन्होंने कहा कि हमें पता चला है कि लोगों को पासपोर्ट हासिल करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.

उन्होंने जानकारी दी कि डेरा बाबा नानक में हम एक पासपोर्ट कार्यालय और पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) खोल रहे हैं. साथ ही इसके लिए अलग से छह पासपोर्ट शिविर भी लगाए जाएंगे.

वहीं अयोध्या फैसले पर बोलते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ये भारत का अंतरिक मामला है और पाकिस्तान को ये समझना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने भारत के नए मानचित्र पर भी विदेश मंत्रालय का रूख रखा. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर भारत का पक्ष स्थिर है.

रवीश कुमार ने कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा प्लांट पर साइबर हमले का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस मामले में फिलहाल जांच की जा रही है.

ये भी पढ़ें :कुडनकुलम परमाणु संयंत्र की सुरक्षा : 'भारत में कई देशों से बेहतर सुरक्षित और प्रामाणिक प्रणाली'

Last Updated : Nov 21, 2019, 7:32 PM IST

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