लखनऊ : मायावती ने लखनऊ में पत्रकारों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी पर जमकर तंज कसा. उन्होंने कहा, पूरे देश में अपनी पार्टी के लोगों और अन्य लोगों को जो मेरा जन्मदिन जिस भी रूप में मना रहे हैं, मैं उन्हें धन्यवाद देती हूं. मैं इस मौके पर सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं भी देती हूं.
मायावती ने भाजपा और कांग्रेस पर कसा तंज
देश की जनता ने ऐसे बुरे हालात कांग्रेस की सरकार में भी देखे हैं, जिसके बाद जनता ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर किया. भाजपा की केंद्रीय सरकार ने जनकल्याण मामलों को ताक पर रख दिया है. आज देश में अराजकता का माहौल है. मायावती ने विशेष वर्ग के लोगों के बारे में भी बात की. केंद्र की गलत कार्य शैली से पूरे देश में पूरे देश में कानून व्यवस्था खराब है. इसीलिए देश की आलोचना हो रही है.
पूर्व में कांग्रेस की सरकार में देश में काफी हिंसा हुई है, जिससे काफी नुकसान हुआ. वर्तमान में भी भाजपा की सरकार में गरीबी, बेरोजगारी कांग्रेस से दो हाथ ज्यादा है. इसी के चलते देश की जनता पिस रही है. देश की जनता ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर किया था. वहीं भाजपा भी कांग्रेस के पैटर्न पर कार्य करेगी तो देश की जनता एक-एक राज्य से उसे सत्ता से बेदखल कर देगी.
देश में भय एवं तनाव का माहौल : मायावती
भाजपा और कांग्रेस पर 'घिनौनी राजनीति' करने और एक ही थाली के चट्टे बट्टे होने का आरोप लगाते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने कहा कि देश में भय और तनाव का माहौल है.
उन्होंने कहा कि देश की स्थिति कांग्रेस के समय से भी ज्यादा खराब हो गई है. भाजपा उससे भी दो कदम आगे है. देश की अर्थव्यवस्था खराब हो गई है और तनाव तथा भय का माहौल है.
अपने 64वें जन्मदिन पर बुधवार सुबह पत्रकारों से बात करते हुए मायावती ने आगे कहा, 'बसपा अनुशासित एवं कैडर आधारित पार्टी है जो शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन में विश्वास रखती है, इसलिए हमारे कार्यकर्ता संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का विरोध करने के लिए सड़कों पर नहीं उतरे बल्कि हमारी पार्टी ने लोकसभा और राज्यसभा में इसका विरोध किया और इसके विरोध में मतदान भी किया.'
भाजपा और कांग्रेस पर एक ही थाली के चट्टे बट्टी होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा 'भाजपा और कांग्रेस झूठ की घिनौनी राजनीति कर रही हैं. देश में डर और तनाव का माहौल है. भाजपा को अपने विकास के वादे पर काम करना चाहिए. भाजपा कांग्रेस के नक्शे कदम पर चल रही है.'