मॉरीशस: मॉरीशस के हिंद महासागर द्वीप में पर्यावरणीय आपातकाल की घोषणा की गई. एक जापानी जहाज के समुद्र तल में फंस जाने के बाद यह घोषणा की गई. बताया जा रहा है कि जहाज से कई टन ईंधन समुद्र में फैल रहा है.
प्रधान मंत्री प्रवीण जुगन्नुथ ने इसे बहुत ही संवेदनशील बताया. उपग्रह से भेजे गए चित्रों में नीला सुमद्र गहरा काला दिखाई दिया जो संकट की तरफ इशारा करता है.
मॉरीशस ने कहा है कि जहाज लगभग 4,000 टन ईंधन ले जा रहा था. जहाज के तल में कई दरारें दिखाई दीं.
जुगनुथ सरकार ने फ्रांस से मदद मांगी है. सरकार का कहना है कि लगभग 1.3 मिलियन लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं. इनका जीवन पर्यटन पर बहुत अधिक निर्भर करता है. ये लोग कोरोनोवायरस महामारी की मार पहले से झेल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हमारे पास फंसे हुए जहाजों को निकालने का कौशल और विशेषज्ञता नहीं है, इसलिए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन से मदद की अपील की गई है. खराब मौसम ने की वजह से हालात और बिगड़ गए हैं. रविवार को जब मौसम और बिगड़ेगा तो क्या होगा इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है.
जुगनुथ ने पोत एमवी वाकाशियो की एक झुकी हुई तस्वीर भी साझा की.