देहरादून: आज गुरुवार को औली में गुप्ता बंधुओं के बड़े बेटे सूर्यकांत की शादी हिंदू रीति-रिवाज के साथ धूमधाम से की गई. इस दौरान रंग-बिरंगे फूलों से पूरे मंडप को दुल्हन की तरह सजाया गया था. चारों तरफ स्विट्जरलैंड से मंगाए गए बेशकीमती और खूबसूरत फूल शादी में चार चांद लगा रहे थे.
औली में गुप्ता बंधुओं के बड़े बेटे सूर्यकांत गुप्ता का विवाह बड़े ही धूमधाम से संपन्न हुआ. सुबह 9:30 बजे से वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हुए, जिसमें सबसे पहले 9:30 पर घुड़ चढ़ाई की रस्म निभाई गई. उसके बाद सूर्यकांत गुप्ता और कृतिका का हल्दी हुआ. हल्दी के बाद गणेश पूजा, गो पूजा के साथ-साथ अग्नि पूजा और शादी के लिए बनाई गई बेदी की पूजा की गई. वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान स्थानीय पंडितों के साथ-साथ रुड़की से आए हुए 11 पंडित और 7 स्थानीय आचार्यों ने वैवाहिक कार्यक्रमों को संपन्न करने में अपना योगदान दिया.
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गुरुवार को 11 से 2 बजे तक सभी वैवाहिक कार्यक्रम पूरे किए गए. इस दौरान सूर्यकांत राजशाही पोशाक में नजर आए तो वहीं दुबई परिवार की बेटी कृतिका भी रंग-बिरंगे लहंगे और सोने के आभूषणों से सजी हुई नजर आईं. इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण वर-वधू को आशीर्वाद देने के लिए औली पहुंचे. आचार्य बालकृष्ण के साथ-साथ परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद मुनि, टेलीविजन कलाकार सुरभि और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी औली पहुंचे.
इस दौरान बालकृष्ण ने कहा कि औली बहुत ही सुंदर जगह है और अगर उत्तराखंड का विकास करना है तो यहां संस्कृति के साथ साथ पर्यटन स्थलों का भी विकास करना होगा. बालकृष्ण ने कहा कि गुप्ता बंधुओं द्वारा औली में की जा रही शादी से इस पर्यटन स्थल को नुकसान ही नहीं बल्कि बहुत फायदा होगा. इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और युवाओं को रोजगार भी मिलेगा.
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इस दौरान स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि इस तरह के अच्छे कार्यों का स्वागत करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इनका विरोध करने से क्षेत्र में प्रगति नहीं होती है. उन्होंने कहा कि गुप्ता परिवार भी उत्तराखंड के रहने वाले हैं और उन्होंने जो औली में विवाह का आयोजन किया है, उससे सभी का लाभ ही होगा.
कौन हैं गुप्ता बंधु
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 1990 के दशक में गुप्ता बंधु उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में दक्षिण अफ्रीका गए थे.
2017-18 में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा से जुड़ाव को लेकर सुर्खियों में रहे गुप्ता बंधु एक बार फिर चर्चा में हैं. गुप्ता बंधु इस बार उत्तराखंड के हिल स्टेशन औली में हो रहे शादी-समारोह को लेकर सुर्खियां बटोर रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका से ताल्लुक रखने वाले विवादास्पद एनआरआई गुप्ता बंधुओं ने दो बेटों की हाई-प्रोफाइल शादी के लिए उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र को चुना है.
सूत्रों के मुताबिक राज्य की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार हिल स्टेशन को एक संभावित विवाह स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए दोनों विवाहों की व्यवस्था में गहरी दिलचस्पी ले रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका में कभी बहुत लोकप्रिय रहे राष्ट्रपति जैकब जुमा को इन गुप्ता बंधुओं की वजह से अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी. मीडिया में सामने आई सूचनाओं की मानें तो तीन गुप्ता भाई 1993 में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से दक्षिण अफ्रीका गए थे. उस समय दक्षिण अफ्रीका में नस्लवाद खत्म होने की शुरुआत हो चुकी थी.
गुप्ता भाइयों पर दक्षिण अफ्रीका के मंत्रियों की नियुक्तियों और अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए सरकारी ठेकों से धन बनाने के आरोप लगे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने राष्ट्रपति जैकब जुमा को काम हासिल करने के लिए रखा था.
गुप्ता बंधुओं की इस शादी में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी पहुंचे. हरीश रावत देहरादून से हेलीकॉप्टर द्वारा औली पहुंचे. इस दौरान हरीश रावत ने कहा कि गुप्ता बंधुओं के साथ मेरे पारिवारिक संबंध हैं, इसलिए मैं शादी में शामिल होने आया हूं.
गुप्ता बंधुओं की माता अंगूरी देवी ने कहा कि मेरे बेटे देवभूमि में आए हैं और मैंने अपने बेटों को भारत माता की सेवा करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि बेटों को हर समय अच्छा काम करने की सलाह दी है. जिससे देश का नाम रोशन हो सके.
इस शादी ने एक ओर जहां पर्यटन क्षेत्र में औली को बढ़ावा दिया है. वहीं शादी में विशेष तौर पर पर्यावरण को नुकसान ना पहुंचे इस बात का भी ध्यान रखा गया है. आज गुप्ता बंधुओं के बड़े बेटे की शादी संपन्न हुई है और 22 जून को छोटे बेटे की शादी संपन्न की जाएगी. जिसकी तैयारियां भी धूमधाम से चल रही हैं.