नई दिल्ली : संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर मचे घमासान के बीच महाभारत के पात्रों के जरिए तृणमूल कांग्रेस और भाजपा ने एक-दूसरे पर हमला किया. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा को दुशासन की पार्टी बताया तो भगवा दल के एक सांसद ने तृणमूल कांग्रेस सरकार को शिंखडी करार दिया .
बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा जबरन संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) लागू कराने का प्रयास कर रही है और ये काले जादू की तरह हैं और उन्हें किसी भी तरह इसे रोकना है. उन्होंने देश बचाने के लिए लोगों से साथ आने की गुजारिश की.
नादिया जिले के रणाघाट में एक जनसभा में मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा,' हम (टीएससी) भाजपा की तरह दुशासनों की पार्टी नहीं है. वे मोहम्मद बिन तुगलक के वंशज हैं और लोगों को उनसे देश बचाने के लिए साथ आना चाहिए.'
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महाभारत में दुर्योधन का भाई दुशासन था, जबकि मोहम्मद बिन तुगलक 1325-1351 तक दिल्ली का सुल्तान था. तुगलक को इतिहास में उसके अजीबोगरीब फैसलों के लिए जाना जाता है.
देशव्यापी एनआरसी को लेकर अपना विरोध जारी रखते हुए बनर्जी ने हैरानी से पूछा कि क्या केंद्र की भाजपा सरकार उन्हें देश से बाहर फेंक देगी, क्योंकि उनके पास उनकी मां का जन्म प्रमाण पत्र नहीं है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके आश्वासन के बावजूद प्रस्तावित एनआरसी की दहशत से राज्य में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
लोकसभा में, भाजपा सांसद दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस सरकार के लिए शिखंडी शब्द का इस्तेमाल किया. उन्होंने राज्य में सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने के आरोप लगाए.
घोष ने कहा, 'दुर्भाग्य से ये शिखंडी वहां पर सत्ता में हैं . पुलिस कुछ नहीं कर रही . ना तो लाठियां चलीं ना ही एफआईआर दर्ज हुई . मैं इसका विरोध करता हूं. अब मुझे बदनाम किया जा रहा . मैं एक देशभक्त हूं .'
शिखंडी महाभारत का एक विशेष पात्र था. युद्ध में भीष्म को मारने के लिए मानव ढाल के तौर पर उसका इस्तेमाल हुआ .
भाजपा सांसद ने कहा कि पश्चिम बंगाल में सीएए विरोधी सभाओं एवं जुलूसों के लिए आराम से इजाजत दी जाती है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट करने के कार्यक्रम को इजाजत नहीं मिलती.
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भागीदारी करते हुए घोष ने शाहीन बाग सहित राष्ट्रीय राजधानी में सीएए के खिलाफ प्रदर्शनकारियों पर निशाना साधा .
उन्होंने दावा किया कि प्रदर्शनकारी वहां विदेशी धन से खरीदी गयी विदेशी बिरयानी खाकर मजे कर रहे हैं. भाजपा इस नौटंकी का विरोध करती है . हाल में घोष यह कह कर विवाद में फंस गए थे कि हिंसा में शामिल सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को 'कुत्तों की तरह गोली मार देनी चाहिए .'