हैदराबाद : आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में जहरीली गैस के लीक होने से नौ लोगों की मौत हो गई है और एक हजार से अधिक लोग प्रभावित हैं. इससे पहले भी देश के अलग-अलग हिस्सों में गैस रिसाव होने की वजह से कई लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे बड़ी घटना भोपाल गैस त्रासदी थी, जिसमें 3787 लोगों की मौत हो गई थी. आइए जानते हैं देश में हुई गैस रिसाव से संबंधित घटनाओं के बारे में..
06.02.2020 : उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक रासायनिक कारखाने से जहरीली गैस का रिसाव होने से तीन बच्चों समेत सात लोगों की मौत.
12.05. 2019: महाराष्ट्र के तारापुर जिले में एक रासायनिक इकाई में गैस लीक हुई थी, इस घटना में पर्यवेक्षक सहित तीन कर्मचारियों की मौत हो गई.
03.12.2018: महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में रासायनिक संयंत्र से अमोनिया गैस का रिसाव हुआ था. इसके बाद 14 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
12.07.2018 : आंध्र प्रदेश के अंनतपुरम जिले में गैस रिसाव के बाद एक स्टील इकाई में छह श्रमिकों की मौत हो गई.
03.07.2018 : उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के एक कारखाने में गैस रिसाव के बाद तीन लोगों की मौत हो गई थी और दो लोग गंभीर रूप से घायल थे.
06.02.2018 : एक वेयर हाउस में क्लोरीन गैस के रिसाव के कारण 72 लोग बीमार पड़ गए.
03.05.2018 : गुजरात के भरूच जिले के अपशिष्ट रीसाइक्लिंग प्लांट में गैस रिसाव से तीन श्रमिकों की मौत हो गई.
08.05.2017 : दिल्ली के तुगलकाबाद क्षेत्र में जहरीली गैस के रिसाव के बाद रानी झांसी सर्वोदय कन्या विद्यालय के 475 छात्रों के साथ नौ शिक्षकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
15.03.2017 : कोल्ड स्टोरेज के गैस चैंबर से अमोनिया के रिसाव होने पर एक भयानक हादसा हुआ.
03.11.2016 : गुजरात नर्मदा घाटी उर्वरक और रसायन लिमिटेड (जीएनएफसी) के एक रासायनिक संयंत्र से जहरीली फॉस्फोरस गैस के रिसाव के कारण 4 मजदूरों की मौत. 13 घायल.