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महाराष्ट्र : ठाकरे का अधिकारियों को निर्देश- कोरोना का एक भी केस न छिपाएं - lockdown till 30 June

देशभर में कोरोना वायरस का कहर जारी है. इस वायरस से महाराष्ट्र बुरी तरह प्रभावित है, जहां संक्रमण के 65 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं और लगभग 2200 लोगों की मौत हो चुकी है. इसी बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोरोना का एक केस भी नहीं छिपना चाहिए. जानें, क्या कुछ कहा ठाकरे ने...

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उद्धव ठाकरे

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Published : May 31, 2020, 7:50 PM IST

Updated : Jun 1, 2020, 1:42 AM IST

मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोरोना का एक केस भी नहीं छिपना चाहिए. इसके साथ ही महाराष्‍ट्र सरकार ने राज्‍य में 30 जून तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है और इसे 'मिशन बिगिन अगेन' नाम दिया है.

महाराष्‍ट्र में जरूरी कामों को छोड़कर पूरे राज्य में रात 9 बजे से तड़के 5 बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा. गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने कोरोना संक्रमण से निबटने के अगले चरण में देशभर में कई रियायतें देते हुए अनलॉक-1 का एलान किया है.

मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के दूरवर्ती इलाकों के ऐसे स्कूलों को सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए खोला जा सकता है, जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है और जो कोरोना वायरस महामारी से अप्रभावित हैं.

उन्होंने कहा कि नया शैक्षणिक वर्ष जून में शुरू होना चाहिए, जैसा सामान्य समय में होता है. उन्होंने राज्य में ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था को विकसित और मजबूत करने की जरूरत पर भी बल दिया.

उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों और मंत्री वर्षा गायकवाड़ के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुई बैठक में कहा, 'दूरवर्ती इलाकों में जहां इंटरनेट की कनेक्टिविटी नहीं है और कोरोना वायरस नहीं फैला है, वहां सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए स्कूलों को खोला जा सकता है. जिन स्थानों पर स्कूलों को खोलने में समस्या है, वहां ऑनलाइन शिक्षा के विकल्प का इस्तेमाल किया जा सकता है.'

उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि स्कूलों को अभी शुरू किया जाए, लेकिन विभाग को आने वाले समय में ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था का विकास कर उसे मजबूत करना चाहिए.

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ठाकरे ने कहा, 'कोरोना वायरस महामारी बच्चों की शिक्षा के मार्ग में बाधा नहीं होनी चाहिए. शैक्षणिक वर्ष (2020-2021) जून से शुरू होना चाहिए. महाराष्ट्र को देश के शेष हिस्से के लिए उदाहरण बनना चाहिए.' उन्होंने कहा कि शिक्षा आवश्यक है, जिसे रुकने नहीं दिया जाना चाहिए.

ज्ञात हो कि महाराष्ट्र कोरोना वायरस महामारी से बुरी तरह प्रभावित है जहां अब तक संक्रमण के 65 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं और लगभग 2200 लोगों की मौत हो चुकी है.

Last Updated : Jun 1, 2020, 1:42 AM IST

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