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TMC सांसद नुसरत जहां बोलीं- हिंसक भीड़ ने भगवान राम के नाम को हिंसा में बदल दिया

बांग्ला फिल्म अभिनेत्री व सांसद नुसरत जहां ने एक खुले पत्र में सरकार और सभी सांसदों से अनुरोध किया है भीड़तंत्र के हमलों को रोकने के लिए एक कानून बनाएं. तृणमूल कांग्रेस की सांसद के अनुसार तथाकथित गौ-रक्षकों ने भगवान राम का नाम एक हिंसक नारे में बदल दिया है. जानें उन्होंने क्या कहा....

तृणमूल कांग्रेस सांसद नुसरत जहां

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Published : Jul 26, 2019, 9:24 AM IST

Updated : Jul 26, 2019, 9:51 AM IST

कोलकाता : एक खुले पत्र में तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां ने नागरिकों से मॉब लिंचिंग के खिलाफ अपनी आवाज उठाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि देश में घृणा आधारित अपराधों और मॉब लिंचिंग में बढ़ोतरी हुई है. नुसरत ने कहा कि तथाकथित गौ-रक्षकों ने भगवान राम का नाम एक हिंसक नारे में बदल दिया है. उन्होंने इस तरह की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों की सराहना की.

उन्होंने कहा, 'लिंचिंग करने वाले लोग हमारे देश के दुश्मन और आतंकवादी होने के अलावा और कुछ नहीं हैं.'

बांग्ला फिल्म अभिनेत्री व सांसद जहां ने एक ट्वीट के जरिए कहा, 'गोमांस खाने या गाय-तस्करी आदि की अफवाहों पर तथाकथित गौ-रक्षकों द्वारा नागरिकों पर हमला किए जाने की कई घटनाएं हुईं हैं. इस मुद्दे पर सरकार की चुप्पी और निष्क्रियता दुख देती है. हिंसक भीड़ ने असल में भगवान राम के नाम को एक हिंसक नारे में बदल दिया है.'

सांसद नुसरत जहां का बयान

उन्होंने लिखा, '2019 की शुरुआत से अभी तक 11 से अधिक घृणा अपराध हो चुके हैं जिनमें चार लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें सभी अल्पसंख्यक और शोषित लोग शामिल हैं.'

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सरकार की चुप्पी पर आश्चर्य जताते हुए जहां ने कहा, 'माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने पिछले साल 17 जुलाई को सरकार से इन भयावह कृत्यों से निपटने के लिए एक कानून बनाने के लिए कहा था. मगर, सरकार चुप है.'

नुसरत ने कहा, 'एक युवा सांसद के तौर पर नए युग के धर्मनिरपेक्ष भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए मैं इस सरकार और सभी सांसदों से अनुरोध करती हूं कि वे भीड़तंत्र द्वारा लोकतंत्र पर इस तरह के हमलों को रोकने के लिए एक कानून बनाएं.'

उन्होंने अपने ट्वीट में उल्लेख किया कि 2014-19 की अवधि में मुसलमानों, दलितों और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ सबसे अधिक घृणा अपराध दर्ज किए गए हैं.

जहां ने पत्र का अंत कवि मुहम्मद इकबाल की पंक्तियों 'मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना' के साथ किया.'

Last Updated : Jul 26, 2019, 9:51 AM IST

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