नई दिल्ली: दिल्ली के मालवीय नगर स्थित बाबा का ढाबा जो रातों-रात इतना फेमस हो गया है कि अब वहां खाना खाने के लिए लोगों की लंबी-लंबी कतारें लग रही है. साथ ही लोग ना केवल दिल्ली से बल्कि दूसरे राज्यों से बुजुर्ग दंपति की मदद के लिए उनके ढाबे पर लोग पहुंच रहे हैं.
ईटीवी भारत की टीम जब मालवीय नगर स्थित इस बाबा के ढाबे पर पहुंची, तो सैकड़ों की संख्या में लोग बाबा के ढाबे के बाहर मौजूद रहें, कुछ लोग तो बुजुर्ग दंपत्ति के साथ फोटो खिंचवाने के लिए पहुंचे तो कुछ उनकी मदद के लिए आ रहे हैं, इसके साथ ही कुछ लोग ढाबे पर खाना खाने के लिए भी पहुंच रहे हैं.
पिछले 30 सालों से चला रहे ढाबा
सोशल मीडिया की मदद से बाबा के ढाबे पर मौजूद दोनों बुजुर्ग दंपत्ति एक दिन में पूरी दुनिया में फेमस हो गए हैं. मालवीय नगर के ही एक छोटे से घर में कांता प्रसाद अपनी पत्नी बादामी देवी दो लड़कों और उनके परिवार के साथ रहते हैं. उन्होंने बताया कि घर पर कमाने वाला उनके अलावा कोई और नहीं है. इसीलिए पिछले करीब 30 सालों से वह ढाबा यहां पर चला रहे हैं, ढाबे पर उनके साथ खाना बनाने में उनकी पत्नी बादामी देवी मदद करती हैं. कांता प्रसाद ने कहा कि कोरोना के समय जितनी परेशानी आई, वह पहले कभी नहीं आई. लॉकडाउन से पहले ढाबे में लोग खाना खाने के लिए आते थे, लेकिन लॉकडाउन के बाद जब ढाबा खोला तो कोई खाना खाने नहीं आ रहा था.
'लॉकडाउन के बाद से कोई खाना खाने नहीं आ रहा था'