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कोरोना पर संसद ने जताई चिंता, हर्षवर्धन बोले- स्क्रीनिंग में कोई लापरवाही नहीं

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Published : Mar 12, 2020, 12:45 PM IST

Updated : Mar 12, 2020, 3:55 PM IST

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13:12 March 12

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना पर सदन को किया संबोधित

स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन का संबोधन

स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए भारत की तैयारियों के बारे में सदन को अवगत कराया. उन्होंने कहा कि स्क्रीनिंग में कोई लापरवाही नहीं हो रही है. तैयारियों को लेकर उन्होंने बताया कि कोरोना के परीक्षण के लिए देश में 51 नई लैब बनाई गई हैं. इसके अलावा देश में 51 कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं.  

उन्होंने बाताया कि वह राज्यों के मुख्यमंत्रियों और सचिवों से लगातार संपर्क में हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.  

उन्होंने सभी सांसदों से अपील की कि वह अपने-अपने क्षेत्र के लोगों को इस वायरस के बारे में जागरूक करें.

12:54 March 12

कोरोना वायरस का फैलना चिंता का विषय, सरकार नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध : जयशंकर

एस जयशंकर

नयी दिल्ली : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को लोकसभा कहा कि कोरोना वायरस का फैलना चिंता का विषय है तथा हम जिम्मेदारीपूर्वक इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार दुनिया के किसी भी भाग में रहने वाले अपने नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. 

लोकसभा में कोरोना वायरस के मुद्दे पर स्वत: संज्ञान के आधार पर बयान देते हुए एस. जयशंकर ने कहा कि इटली में फंसे भारतीयों की मदद के लिए चिकित्सा दल भेजा गया है और जो जांच में नकारात्मक पाए जाएंगे, उन्हें यात्रा की अनुमति होगी. वहां नोडल आफिस स्थापित किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि ईरान में 6000 भारतीय फंसे हैं, जिसमें महाराष्ट्र के 1100 श्रद्धालु और जम्मू-कश्मीर के 300 छात्र शामिल हैं. विदेश मंत्री ने कहा कि प्रारंभिक जोर श्रद्धालुओं को वापस लाने का है, जिसमें अधिकतर ईरान के कोम में फंसे हैं. उन्होंने कहा कि ईरान में फंसे भारतीयों में 529 के नमूने में 229 जांच में नकारात्मक पाए गए हैं.

जयशंकर ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप की मौजूदा स्थिति को देखते हुए किसी भी व्यक्ति की स्वदेश वापसी के लिए संक्रमण मुक्त होने के प्रमाणपत्र की अनिवार्यता का सख्ती से पालन किया जाना जरूरी है.

उन्होंने कहा कि वैश्विक कोरोना वायरस पर मंत्रिसमूह निगरानी रख रहा है और प्रधानमंत्री भी समय-समय पर इसकी समीक्षा कर रहे हैं .

उन्होंने कहा कि कोराना वायरस को फैलने रोकने के लिए और सख्त उपाए किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा, 'जो भी (उपाय) जरूरी है, वह कर रहे हैं.

11:08 March 12

कोरोना पर संसद ने जताई चिंता, हर्षवर्धन बोले- स्क्रीनिंग में कोई लापरवाही नहीं

कोरोना वायरस पर बोले विदेश मंत्री

नई दिल्ली : लोकसभा में दिल्ली हिंसा और कोरोना वायरस पर बहस जारी है. चर्चा के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कोरोना वायरस पर अपनी बात सदन के पटल पर रखी. जयशंकर ने गुरुवार को लोकसभा में कहा कि कोरोना वायरस का फैलना चिंता का विषय है, हमें जिम्मेदारी के साथ प्रतिक्रिया करने की जरूरत है.

लोकसभा में गडकरी
लोकसभा में उस समय हल्का-फुल्का क्षण देखने को मिला जब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खाद्यी ग्राम उद्योग द्वारा तैयार घड़ी का उल्लेख किया और कई सांसद यह कहते हुए सुने गए कि उन्हें भी यह घड़ी उपलब्ध कराई जाए.

दरअसल, सदन में प्रश्नकाल के दौरान ‘उद्यम सखी पोर्टल’ से जुड़े पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री गडकरी ने अपने हाथ से एक घड़ी उतारी और कहा कि खादी की तरफ से महिलाओं ने यह घड़ी तैयार की है जिस पर चरखा भी बना हुआ है.

उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी घड़ी उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष (ओम बिरला) और उनकी पत्नी को भेंट की है.

इस पर कई सदस्य यह कहते सुने गए कि उन्हें यह घड़ी कब मिलेगी? इसके जवाब में गडकरी ने कहा कि इस घड़ी की कीमत पांच हजार रुपये है और सांसदों को विशेष छूट पर उपलब्ध कराने की व्यवस्था कराई जाएगी.

मंत्री ने यह भी कहा कि 'उद्यम सखी पोर्टल' से सिर्फ 2012 महिलाएं रजिस्टर हुई हैं, लेकिन इस संख्या को दो लाख और इससे ज्यादा ले जाना है.

उन्होंने कहा कि सभी सांसद अपने क्षेत्रों में इसका प्रचार-प्रसार करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सके.

बता दें कि बुधवार को लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर गृह मंत्री अमित शाह के जवाब के दौरान कांग्रेस सदस्यों ने वाकआउट किया और उन पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया.

सदन में दिल्ली हिंसा पर चर्चा का जब गृह मंत्री जवाब दे रहे थे, तब कांग्रेस सदस्यों ने वाकआउट किया.

इस पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस के लोग चर्चा की मांग कर रहे थे, लेकिन जब गृह मंत्री जवाब दे रहे हैं और उठाए गए कदमों की जानकारी दे रहे हैं तो उनमें यह सुनने की हिम्मत नहीं है.

सदन से बाहर आने के बाद कांग्रसे नेता अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया, 'गृह मंत्री ने गुमराह करने वाली बातें कीं. सच्चाई नहीं बताई. आप (शाह) यह कह सकते थे कि हमारी गलती से हुआ है और आगे से नहीं होगा.' उन्होंने कहा, 'हम गुमराह करने वाली बात नहीं सुनना चाहते थे और ऐसे में हमने वाकआउट किया.'

Last Updated : Mar 12, 2020, 3:55 PM IST

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