श्रीगंगानगर : भारतीय सीमा में पाकिस्तान से आने वाला टिड्डी दल फिर से किसानों के खेतों में हमला बोल रहा है. पाकिस्तान सीमा से आ रही इन टिड्डियों को नियंत्रित करने के लिए कृषि विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. इन्हें रोकने के लिए वाहन के जरिए जीरो लाइन तक दवा का छिड़काव किया जा रहा है.
कृषि विभाग ने बीएसएफ से स्वीकृति लेकर खंखा, रेणुका और सात सी गांव के आस-पास टिड्डियों को कंट्रोल करने के लिए पेस्टिसाइड का छिड़काव शुरु कराया है.
इस बारे में कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर जीआर मटोरिया ने बताया कि पाकिस्तान में संभवत कुछ दिन पहले ही पड़ाव डाले बैठी टिड्डियों का प्रजनन काल समाप्त हुआ होगा. जैसे ही मौसम गर्म होने लगा है, तो वह अंडों से फाका निकलकर आगे आने लगा है और भारतीय सीमा में प्रवेश कर रहा है.
देखें ईटीवी भारत की रिपोर्ट मटोरिया ने बताया कि सूचना मिली कि तारबंदी के भीतर जाकर अगर टिड्डियों को कंट्रोल किया जाए, तो वह आगे नहीं आएंगी. ऐसे में कृषि विभाग ने बीएसएफ से संपर्क किया और स्वीकृति दी गई. इसके बाद वाहन के जरिए जीरो लाइन तक दवा का छिड़काव किया जा रहा है.
डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि हिंदूमलकोट और करणपुर एरिया में फरवरी लास्ट में जो टिड्डियों का दल आया था. वहां से बच्चे निकलकर आ रहे थे. अब स्प्रे करवाकर लगभग नियंत्रण किया जा चुका है. हालांकि, फसल पकने के कारण ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. लेकिन फिर भी छिड़काव लगातार जारी है और कंट्रोल किया जा रहा है.