हैदराबाद : केंद्र सरकार ने लॉकडाउन को एक बार फिर दो सप्ताह के लिए बढ़ा दिया है. हालांकि, इस बार इसमें कुछ रियायतें बरती गईं हैं. देशभर के जिलों को ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में विभाजित कर अलग-अलग छूट दी गई है. भारत ही नहीं दुनिया के कई देश भी अब लॉकडाउन में छुट दे रहे हैं.
लॉकडाउन को खत्म करने के लिए इन बातों का रखना होगा ध्यान
1. टेस्टिंग : तेजी से टेस्टिंग कोरोना को नियंत्रित कर सकता है. काफी लोग ऐसे हैं जो संक्रमित हैं, फिर भी उनमें कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं. टेस्टिंग से छुपे हुए सोर्स को खोजने में आसानी होगी.
2. ट्रैकिंग :मरीजों की ट्रैकिंग एक और बड़ी चुनौती है. एप्पल और गुगल जैसी कंपनियां डिजिटल समाधान पर चर्चा कर रही हैं. न्यूयॉर्क जैसे प्रभावित शहरों में गवर्नर जॉन हॉपकिंस (Governor John Hopkins) एक प्रशिक्षण कार्यक्रम विकसित करने के लिए ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के साथ काम कर रहे हैं.
3. इम्यून :इस रोग पर काबू पाने के लिए रोगप्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना बहुत जरूरी है. इसका टीकाकरण आवश्यक है. इसके वैक्सीन पर फिलहाल काम किया जा रहा है. हर्ड प्रतिरक्षा पर भी शोध किया जा रहा है.
4. नए सामान्य नियम :मास्क लगाना, सामाजिक दूरी बना के रखना और लगातार हाथ धोना अब हमारे जीवन का सामान्य हिस्सा बन जाएगा. बस और ट्रेनों में भीड़ इस महामारी को दोबारा आमंत्रित कर सकती है.
डब्ल्यूएचओ के अनुसार लॉकडाउन खोलने के लिए इन चीजों का होना जरूरी
- कोरोना वायरस नियंत्रण में होना चाहिए.
- स्वास्थ्य प्रणाली कोरोना वायरस के मामलों का पता लगाने और परीक्षण में करने में सक्षम हो.
- उच्च असुरक्षा की स्थिति में कोरोना वायरस के प्रकोप को कम से कम किया जाना चाहिए.
- स्कूलों और कार्यस्थलों पर सुरक्षात्मक उपाय होने चाहिए.
- लोगों को बड़े बदलाव, नियमों का पालन करने, संपर्क ट्रेसिंग और सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए तैयार रहना होगा.
- इस वायरस के प्रकोप के बारे में लगातार अपडेट होना चाहिए.
जहां रेस्क्यू कर लॉकडाउन को खत्म किया गया
हांगकांग में अब 99% लोग मास्क लगाते हैं और भीड़ से दूर रहते हैं. हांगकांग का मॉडल सबसे प्रभावी माना जा रहा है. यहां कुल 1,040 मामले थे, इनमें फिलहाल 177 लोग संक्रमित हैं, 4 की मौत हुई है और 859 मरीज ठीक हो चुके हैं. यहां धीरे-धीरे लॉकडाउन हटाया जा रहा है.
चेक गणराज्य में 5 चरणों में खुला लॉकडाउन
चेक गणराज्य ने कोरोना से होने वाली मौत से पहले ही आपातकाल घोषित कर दिया था. यह पांच-चरणीय प्रक्रिया के रूप में लॉकडाउन खोल रहा है. 20 अप्रैल को किसानों के बाजार और कार डीलरशिप के बाजार खोले गए.
मॉल के बाहर 27 अप्रैल से दुकानें, फिटनेस सेंटर खोले गए हैं. रेस्तरां, सैलून मई के अंत और जून की शुरुआत में खोले जाएंगे. ब्रिटेन अब चेक गणराज्य की लॉकडाउन निकास योजना का अध्ययन कर रहा है.
न्यूजीलैंड को दुनिया में लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जाने वाला देश माना जाता है. सरकार ने लॉकडाउन से पहले यहां खरीदारी के लिए 48 घंटे दिए थे. लगभग पांच हफ्तों के लॉकडाउन के बाद प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि उनके देश ने कोरोनावायरस के साथ लड़ाई जीत ली है.
कोरोना को भारत और न्यूजीलैंड दोनों में फैलने से रोकने के लिए उसी दिन (25 मार्च) को तालाबंदी की गई थी. परिणामों की बात करें तो 30 अप्रैल तक न्यूजीलैंड में कोविड-19 के केवल तीन नए मामले थे, जबकि भारत में यह संख्या 1500 से अधिक थी.
जहां स्थिति सुधरने से पहले लॉकडाउन खोला गया
जापान के होकिदेओ (Hokideo) में 19 मार्च को कोरोना के 80% मामलों में फिर से वृद्धि हो हुई. इस शहर ने केवल 3 सप्ताह में लॉकडाउन खोल दिया था. शहर के लोग घूमने-फिरने और काम पर जाने लगे. इसका बड़ा नुकसान यह रहा कि बड़ी संख्या में नए संक्रमण के मामले यहां दिखाई देने लगे.