नई दिल्ली: केरल की वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की ऐलान के बाद राज्य में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है. राहुल की उम्मीदवारी के बाद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने राज्य में बदली हुई परिस्थितियों के मद्देनजर चुनावी रणनीति पर मंथन शुरु किया है.
इस सिलसिले में माकपा (सीपीआई-एम) और भाकपा (सीपीआई) पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रकाश करात और डी राजा ने सोमवार को मुलाकात कर केरल में वाम मोर्चा की चुनावी रणनीति पर चर्चा की.
सूत्रों के अनुसार, दोनों नेताओं ने वायनाड सीट पर राहुल गांधी को घेरने और मतों के विभाजन को रोकने की रणनीति पर भी विचार विमर्श किया.
वायनाड पर सीपीआई का प्रत्याशी
उल्लेखनीय है कि वायनाड सीट पर भाकपा के पीपी सुनीर वाम मोर्चा के संयुक्त उम्मीदवार हैं. केरल की 16 लोकसभा सीटों पर माकपा और वायनाड सहित चार सीटों पर भाकपा के उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
चुनावी सभाओं पर भी चर्चा
राजा ने अपने गृह राज्य केरल में बदली हुई परिस्थितियों के मद्देनजर करात के साथ बैठक में राज्य की विभिन्न सीटों पर दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं की चुनावी सभाओं के साथ सघन प्रचार अभियान के कार्यक्रम पर भी चर्चा की. करात, माकपा के केरल प्रभारी भी हैं.
मत विभाजन रोकने पर चर्चा
समझा जाता है कि राहुल को वायनाड में घेरने के लिये वाम मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं की अलग अलग चुनावी सभायें की जायेंगी. दोनों दलों की कोशिश वायनाड सहित अन्य सीटों पर वाम समर्थित मतों का ध्रुवीकरण सुनिश्चित करते हुये मतों का विभाजन रोकना है.
राहुल को देंगे चुनौती
राजा ने बैठक की पुष्टि करते हुये इसके बारे कोई जानकारी देने से इंकार कर दिया. उन्होंने हालांकि यह जरूर कहा, 'हम वायनाड सहित राज्य की सभी सीटों पर मजबूती से चुनाव लड़ेंगे. वायनाड में हम राहुल गांधी को कड़ी चुनौती देंगे.'
सीपीआई का उम्मीदवार को हटाने से इंकार
इस बीच भाकपा के महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने भी राहुल की उम्मीदवारी घोषित किये जाने के बाद वायनाड सीट से वाम मोर्चा उम्मीदवार को चुनाव मैदान से हटाने की संभावना से दो टूक इंकार कर दिया. रेड्डी ने हैदराबाद में कहा कि राहुल गांधी को हराने के लिये वाम मोर्चा सभी प्रयास करेगा और भाकपा उम्मीदवार को हटाने का तो सवाल ही नहीं उठता.
राहुल के आने से चिंता नहीं
उन्होंने कहा 'हम उनकी (राहुल गांधी की) उम्मीदवारी से चिंतित नहीं हैं. हम लड़ेंगे. इस चुनाव में हम उन्हें हराने के सभी प्रयास करेंगे.'