नई दिल्ली: वामपंथी संगठन 19 दिसंबर को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 और नागरिकों के राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ एक राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे.
एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी से मिलकर पार्टियां भारत (मार्क्सवादी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, ने अधिनियम के खिलाफ अखिल भारतीय विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है.
संगठनों ने एक प्रेस बयान में कहा है कि वामपंथी दल इस विधेयक को भारतीय संविधान का उल्लंघन मानते हैं और इसका उद्देश्य भारतीय गणराज्य की धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक नींव को नष्ट करना है.
उन्होंने आगे कहा कि इस विधेयक का उद्देश्य देश में सांप्रदायिक विभाजन और सामाजिक ध्रुवीकरण को और तेज करना है, जो देश की एकता और अखंडता के लिए खतरनाक है.