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वकीलों को सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहिए : प्रशांत भूषण

वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने वकीलों को सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ प्रदर्शन के लिए कहा. उन्होंने कहा कि कोर्ट को क्यों नहीं खोला जा रहा है इसके साथ ही महत्वपूर्ण मुद्दों की सुनवाई क्यों नहीं की जा रही है.

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Published : Jan 14, 2021, 10:55 AM IST

प्रशांत भूषण
प्रशांत भूषण

नई दिल्ली :वकील प्रशांत भूषण ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामलों को संभालने पर असंतोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि देश भर के वकीलों को शीर्ष अदालत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना चाहिए. भूषण ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय जरूरी मामलों की सुनवाई नहीं कर रहा है. देश भर के वकीलों और वादियों को सर्वोच्च न्यायालय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना चाहिए.

प्रशांत भूषण ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में प्रेस कॉनफेंस के दौरान कहा कि आपातकाल के समय में सर्वोच्च न्यायालय अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहा था तब वकील इसके खिलाफ खड़े थे. कोर्ट को क्यों नहीं खोला जा रहा है, क्यों जरूरी केस की सुनवाई नहीं की जा रही है.

भूषण का समर्थन करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी.जी.कोल पाटिल ने कहा कि मुझे नहीं पता कि लोग अब इतना डरते क्यों रहे हैं. देखें कैसे हमने किसानों का मुद्दा हल करने की कोशिश की है.

एडवोकेट महमूद प्राचा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के चार जजों के बिंदु अब विस्तृत हो गए हैं. फोकस अब कोर्ट पर ज्यादा है. हम सुप्रीम कोर्ट के कामकाज के तरीके को आगे बढ़ाने के लिए देश भर से आवाज बुलंद कर रहे हैं.

अधिवक्ता भूषण, वरिष्ठ अधिवक्ता चंदर उदय सिंह और कोलिस पटेल ने बुधवार को दिल्ली पुलिस द्वारा वकील महमूद प्राचा के कार्यालय पर छापे के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की. महमूद प्राचा दिल्ली दंगों में आरोपी कई व्यक्तियों के बचाव पक्ष के वकील हैं.

दिल्ली पुलिस के छापे को निंदनीय बताते हुए भूषण ने सवाल किया कि एक वकील के आवास की तलाशी के लिए न्यायाधीश द्वारा खोज आदेश कैसे पारित किया जा सकता है? कंप्यूटर का सारा डेटा कैसे लिया गया?

बता दें कि दिल्ली पुलिस ने पिछले साल 24 दिसंबर को महमूद प्राचा के आवास और कार्यालय पर छापा मारा था. दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया कि प्राचा ने अपने ई-मेल से विभिन्न अधिकारियों को शरीफ मलिक की शिकायत की ई-मेल भेजी थी. हालांकि, पुलिस ने आरोप लगाया कि यह शिकायत गढ़ी गई थी.

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