भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव और बढ़ता दिखाई दे रहा है. गलवन घाटी में पीछे हटने की प्रक्रिया के दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प होने की खबर है. इस मुद्दे पर ईटीवी भारत के न्यूज एडिटर निशांत शर्मा ने रिटायर्ड कर्नल जयबंस सिंह से बातचीत की. उन्होंने कहा कि चीन और भारत के बीच सीमा विवाद महीनों से चल रहा है. भारत ने इस मामले पर परिपक्वता दिखाई है. पूरा साक्षात्कार यहां देखें..
6.यहां पढ़ें देशभर की कोविड-19 से जुड़ी बड़ी खबरें
देश में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. हालातों पर काबू पाने के लिए सरकारें लगातार प्रयास कर रही हैं. पढ़ें कोरोना से जुड़ी देशभर के राज्यों से आई बड़ी खबरें.
7.भारत और चीन के 'हिंसक टकराव' में शहीद हुए हवलदार पलानी
भारत और चीन के बीच लद्दाख की गालवान घाटी में तनाव के बीच सोमवार रात को मारे गए तीन भारतीय सैन्यकर्मियों में रामनाथपुरम के हवलदार पलानी (40) शामिल थे. हाल ही उनके नए घर का गृहप्रवेश समारोह आयोजित हुआ था जिसमें वे शामिल नहीं हो पाए थे और उन्होंने अपने परिवार से जल्द लौटने का वादा किया था.
8. भारत-चीन सीमा विवाद के ऐतिहासिक और सामरिक पहलू
वर्ष2007 में सिक्किम, लद्दाख सेक्टर में देपसांग और कई अन्य स्थानों पर सीमाओं के बारे में चीन का रुख अलग हो गया. 2017 में चीन ने एकतरफा रूप से सीमा पर भूटान और भारत के साथ समझौते को बदलना चाहा, जिससे डोकलाम गतिरोध उत्पन्न हो गया.
9. मुख्यमंत्रियों से चर्चा में बोले पीएम- हम कोरोना को जितना रोकेंगे, उतनी ही खुलेगी हमारी अर्थव्यवस्था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्रशासित प्रदेशों के उप राज्यपालों के साथ कोरोना वायरस के प्रसार को लेकर चर्चा की. बैठक में पंजाब, केरल, गोवा, उत्तराखंड, झारखंड व पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा केंद्रशासित प्रशसित राज्यों के उप राज्यपाल शामिल रहे.
10.इतिहास के पन्नों में दर्ज है भारत-चीन के बीच पुराना गतिरोध
भारत ने कभी सोचा भी नहीं था चीन कभी हमला भी करेगा, लेकिन उसने ऐसा किया. चीन की ओर से 20 अक्टूबर, 1962 को भारत पर हमला किया गया, जिसे 1962 के चीन-भारत युद्ध के नाम से भी जाना जाता है. चीन द्वारा कभी हमला नहीं किए जाने के विश्वास ने भारतीय सेना को युद्ध के लिए तैयार होने ही नहीं दिया. नतीजतन 10-20 हजार भारतीय और करीब 80 हजार चीनी सैनिकों के बीच गतिरोध बढ़ गया था.