भोपाल : उज्जैन के तीन थाना क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे के भीतर 14 मजदूरों की मौत हो चुकी है. इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एसआईटी गठित करने के आदेश दिए हैं. इस पूरे मामले की जांच एडीजी स्तर के अधिकारी करेंगे. वहीं इस मामले पर पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि, सभी 14 मजदूरों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है और सभी की बॉडी से जहरीली झिंजर पाई गई है. पोस्टमार्टम के बाद बिसरा जांच के लिए सैंपल सागर लेबोरेट्री भेजे जा रहे हैं. इसी के साथ दवा बाजार में एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी द्वारा कार्रवाई की गई है. गुप्ता सर्जिकल से स्प्रिट खरीद कर जहरीली शराब बनाई जाती थी. दुकान को सील कर दिया गया है. जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, दुकान बंद रहेगी.
जानिए पूरा मामला-
शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों से 14 मजदूरों की लाशें मिली थीं, जो उज्जैन में रहकर मजदूरी किया करते थे. इसके अलावा निनोरा निवासी एक अन्य बुजुर्ग गोपाल मंदिर के सामने बदहवास मिला, जिसने बताया कि कहारवाड़ी में शंकर नाम के युवक से शराब खरीदी थी. ज्यादातर मजदूर वर्ग वहीं से शराब खरीदते हैं. जिन 14 मजदूरों की मौत हुई है, उन्होंने भी पोटली शराब पी थी. जिसकी वजह से एक साथ सभी की मौत हो गई, दो लोग बेहोश हो गए. मजदूरों के परिजनों का मानना है कि मजदूर कच्ची शराब पीने का आदी था और 20 रुपये की पोटली खरीद कर पीया करता था.
जहरीली शराब मामले की एसआईटी जांच
उज्जैन में जहरीली शराब पीने से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है, इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एसआईटी गठित करने के आदेश दिए हैं. सीएम के आदेश के बाद अब इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है. इस पूरे मामले की जांच एडीजी स्तर के अधिकारी करेंगे. एसआईटी में एडीजी एसके झा और पुलिस महानिरीक्षक रतलाम रेंज सुशांत सक्सेना को शामिल किया गया है.
मजदूरों की मौत पर बोले अधिकारी
मजदूरों की संदिग्ध मौत पर कलेक्टर ने बताया कि 14 अक्टूबर की रात्रि एवं 15 अक्टूबर की सुबह संभवत: जहरीली शराब पीने से अब तक कुल 14 व्यक्तियों की संदिग्ध मौत हो चुकी है. वहीं उज्जैन एसपी मनोज सिंह ने अवैध शराब बनाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं. साथ ही खारा कुआं थाने के चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और उज्जैन जिले में अवैध शराब बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है. इस पूरे मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
मजदूरों की मौत से गर्मायी सियासत
मजदूरों की मौत के बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है. पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सवाल पूछा है कि, उज्जैन में शराब माफिया ने लोगों की जानें ली, परिवार बर्बाद हुए. शिवराज, यह माफिया कब तक यूं ही निर्दोषों की जान लेते रहेंगे ? कमलनाथ ने ट्वीट कर पीड़ित परिवारों को न्याय देने और उनकी हरसंभव मदद की मांग की है. साथ ही दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की भी मांग की है.
सीएम बोले ऐसी सजा मिलेगी लोग कांप जाएंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपराधियों को उनके अंजाम तक पहुंचाएंगे उनको छोड़ेंगे नहीं, सीएम ने कहा, अपराधी कोई भी हो छोड़ा नहीं जाएगा. यदि किसी से लापरवाही हुई हो, जिनकी जिम्मेदारी ऐसी गतिविधियों पर नजर रखने की है, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. सीएम ने कहा, अपराधियों के लिए मध्य प्रदेश में कोई जगह नहीं है, ऐसी सजा देंगे कि कांप जाएंगे लोग.
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कैसे शराब हो जाती है जहरीली ?
डॉक्टर ने बताया कि सबसे दुर्भाग्य की बात है कि जहरीली शराब आज भी उपलब्ध है और उससे मौतें भी होती जा रही हैं. जहरीली शराब में मिथनॉल करके अल्कोहल से मिलता जुलता उसी परिवार का एक तत्व होता है. मिथनॉल और अल्कोहल दोनों मिलते जुलते तत्व होते हैं. अल्कोहल शरीर के लिए हानिकारक होता है, लेकिन जानलेवा नहीं होता. वहीं मिथनॉल अगर पी लिया जाता है तो पीने के बाद सामान्य तौर पर मस्तिष्क और हृदय पर असर करता है, मस्तिष्क की गतिविधियों को समाप्त कर देता है और कई बार हृदय की धड़कन को भी रोक देता है और इस कारण जहरीले शराब पीने वालों की मौत हो जाती है. जहरीली शराब के उत्पादन के समय मिथनॉल मिल गया, जिसके चलते शराब जहरीली हो गई.
डॉक्टर ने बताया कैसे असर करती है जहरीली शराब
जहरीली शराब कैसे असर करती है?
अगर कोई शराब पीता है तो वो लिवर से होते हुए खून के सरकुलेशन में जाती है और सुरूर के तौर पर मस्तिष्क में भी जाती है. इसलिए शराब पीने वाला व्यक्ति के लीवर पर असर पड़ता है तो वो वोमिटिंग करता है और मस्तिष्क पर असर पड़ता है, तो शराबी चलते हुए लड़खड़ाने लगता है. इसी प्रक्रिया के तहत जहरीली शराब भी अपना असर दिखाती है और शराब पीने वाले व्यक्ति की मौत हो जाती.
मजदूर के परिजनों का बयान.
छह महीने में 22 मौतें
उज्जैन के अलावा रतलाम में भी जहरीली शराब के कारण मौत का मामला सामने आ चुका है. चार मई को रतलाम में जहरीली शराब के कारण आठ लोगों की मौत हो गई. वहीं सात सितंबर को बड़वानी में भी जहरीली शराब के कारण 2 लोगों की मौत हुई, अब उज्जैन में जहरीली शराब के कारण 14 लोगों की मौत हो गई है.